देश के लिए खतरा बना पीएफआई : भारत मेंं हत्या और दंगे भड़काने में रहता है इस संगठन का हाथ

एनआईए
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आतंकी संगठन सिमी से जुड़े होने के सबूत भी मिले

शाहीन बाग से लेकर मुंबई तक पीएफआई के सैंकड़ों कार्यकर्ता गिरफ्तार

नई दिल्ली। देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुकी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर मंगलवार को फिर एक बार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और ईडी ने छापेमारी की। यह कार्रवाई दिल्ली के शाहीन बाग से लेकर मुंबई, यूपी और एमपी सहित कई राज्योंं मेंं की गई। बताया जा रहा है कि चार दिन पहले हुई इसी संगठन की कार्रवाई के बाद गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में जांच एजेंसियों को पता चला है कि पीएफआई की जड़ें पूरे देश मेंं जम चुकी हैं। इनके मध्य प्रदेश सहित ज्यादातर राज्यों में सिमी से जुड़े होने के भी सबूत मिले हैं। इसके बाद देशभर की इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने पीएफआई नेटवर्क खंगालने की कवायद शुरू की है।

पीएफआई
पीएफआई

दिल्ली के शाहीन बाग में एनआईए ने रेड कर पीएफआई से जुड़े 30 लोगों को हिरासत में लिया है। शाहीन बाग में इस एक्शन के बाद केंद्रीय पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। वहीं, महाराष्ट्र से 15, कर्नाटक के कोलार से 6 और असम से 25 पीएफआई कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया है। एनआईए और 9 राज्यों की एटीएस एक साथ एक्शन में है।

20 राज्यों और 100 से ज्यादा शहरों में इनका सर्विलांस शुरू हुआ। पता चला है कि पीएफआई को खाड़ी देशों और बड़े मुस्लिम कारोबारियों से चंदा मिल रहा है।

दिल्ली के शाहीन बाग में एनआईए की टीम ने मंगलवार सुबह छापा मारकर 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से कुछ के बारे में एनआईए को पुख्ता सूचना मिली थी, जबकि कुछ को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है। इस एक्शन के दौरान पूरे शाहीन बाग में केंद्रीय सुरक्षा बल सीआरपीएफ की तैनाती कर दी गई है। शाहीन बाग में ही सीएए-एनआरसी के खिलाफ कई महीने तक लगातार प्रदर्शन हुआ था।

उत्तर प्रदेश एटीएस ने मंगलवार सुबह गाजियाबाद, मेरठ और बुलंदशहर में छापेमारी कर 16 लोगों को उठाया है। गाजियाबाद से 12, मेरठ से 3 और बुलंदशहर से 1 संदिग्ध को उठाया है। एटीएस को इनपुट मिले हैं कि ये सभी पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े हुए हैं। एनआईए ने यह कार्रवाई सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात की है। एनआईए ने बुलंदशहर में पीएफआई से जुड़े वकील को भी उठाया है।

महाराष्ट्र : औरंगाबाद से 8, ठाणे से 4 गिरफ्तार

एनआईए महाराष्ट्र के औरंगाबाद, जालना, सोलापुर और परबनी में रेड कर रही है। सोलापुर से एनआईए ने पीएफआई के एक मेंबर को गिरफ्तार किया है। यह पीएफआई के ऑपरेशन्स में शामिल बताया गया है। एनआईए इसे दिल्ली ले जा रही है, जहां इससे आगे की पूछताछ की जाएगी। जांच एजेंसी ने मालेगांव से पीएफआई चीफ मौलाना इरफान नदवी और एक्टिविस्ट इकबाल को गिरफ्तार किया है।

इधर महाराष्ट्र एटीएस ने औरंगाबाद से 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, ठाणे क्राइम ब्रांच ने पीएफआई से जुड़े 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो लोगों को मुंब्रा से, एक को कल्याण से और एक आरोपी को भिवंडी से गिरफ्तार किया गया है। चारों ही पीएफआई के एक्टिव मेंबर हैं। पुणे और मुंबई से भी पीएफआई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां हुई हैं। पुणे पुलिस ने कोंढवा इलाके से पीएफआई और पीएफआई से जुड़े 6 लोगों को हिरासत में लिया है।

मध्य प्रदेश : 8 जिलों से पीएफआई के 22 संदिग्ध पकड़े गए

मध्यप्रदेश एटीएस ने सोमवार रात भोपाल, उज्जैन, इंदौर समेत 8 जिलों में पीएफआई सदस्यों के ठिकानों पर रेड की है। जांच एजेंसी ने 22 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। एटीएस को इन संदिग्धों की जानकारी पूर्व में पकड़े गए 4 आरोपियों की पूछताछ में मिली थी। एटीएस की कार्रवाई अभी जारी है। उज्जैन से पीएफआई के तीन सदस्यों को उठाए जाने की खबर है।

असम: पीएफआई से जुड़े 25 लोगों की गिरफ्तारी

असम के 7 जिलों में कार्रवाई के दौरान पीएफआई के 25 कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। असम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि कामरूप ग्रामीण से 5, गोलपाड़ा से 10, करीमगंज से 1, उदलगुड़ी से 1, दरंग से 1, धुबरी से 3, बारपेटा से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों का एक्शन अभी जारी है।

गुजरात : एटीएस ने 8 लोगों को हिरासत में लिया

एनआईए और ईडी ने अहमदाबाद, बनासकांठा और नवसारी के पास से 8 लोगों को हिरासत में लिया है। पकड़े गए आरोपियों को एटीएस ऑफिस लाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत में पीएफआई के एक्टिविस्ट पाकिस्तान के पीएफआई संगठन से जुड़े थे। सोशल मीडिया पर निगरानी के बाद गुजरात सहित कई राज्यों के कनेक्शन पता चले थे। एनआईए इस केस की जांच कर रही थी।

इधर गुजरात मे एटीएस ने सोशल मीडिया पर देश विरोधी पोस्ट के मामले में सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़े मामले में कार्रवाई की, जिसके बाद 8 लोगों को हिरासत में लिया गया। ये लोग कुछ सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़े थे और वहां आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट किया जा रहा था।

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