पीएम व स्वास्थ्य मंत्री वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़े, दो प्लांट से 244 सिलेंडर ऑक्सीजन की होगी आपूर्ति

राजसमन्द। राजकीय चिकित्सालय में डीआरडीओ की तरफ से बनाए गए रोजाना 200 सिलेंडर क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का गुरुवार को दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजसमंद कलेक्ट्री से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने वर्चुअल उद्घाटन किया। मंत्री शर्मा ने गुरुवार को अल्प प्रवास पर राजसमंद आए थे।

अस्पताल पीएमओ डॉ. कैलाश भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश में 41 ऑक्सीजन प्लांट का गुरुवार को शुभारंभ किया गया। इसमें एक प्लांट का शुभारंभ पीएम मोदी ने किया, वहीं 40 प्लांट का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने किया। डॉ. भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री गुरुवार को राजसमंद आए थे। नाथद्वारा में नया ऑक्सीजन प्लांट शुरू होते ही अब अस्पताल में 2 प्लांट हो गए हैं।

इससे ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता भी 44 सिलेंडर प्रतिदिन से बढ़कर 244 सिलेंडर हो जाएंगी। अस्पताल में जब कोरोना का कहर जारी था, तब रोजाना 200 सिलेंडरों की आवश्यकता पड़ रही थी। वहीं अस्पताल में तीसरा ऑक्सीजन प्लांट भी बनकर तैयार है। यह राज्य सरकार ने नगरीय विकास विभाग के साथ मिलकर तैयार किया है। इस प्लांट से रोजाना 100 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकेगा। केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों और निर्णय के चलते नाथद्वारा अस्पताल में 2 और नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए हैं।

इन प्लांटों से तीसरी लहर आई तो मिलेगी मदद

नए ऑक्सीजन प्लांट भविष्य के लिए लाभदायक होंगे। कोरोना के तीसरी लहर की बात कही जा रही है, ऐसे में ऑक्सीजन की तैयारी तीसरी लहर के दौरान उपयोगी साबित होगी। अस्पताल पीएमओ डॉ. कैलाश भारद्वाज ने बताया कि दोनों नए प्लांट का काम लगभग पूरा हो गया है।

डीआरडीओ का प्लांट अस्पताल को सुपुर्द कर दिया है। नाथद्वारा अस्पताल में तीनों प्लांट शुरू हो जाने के बाद 344 सिलेंडर ऑक्सीजन का होगा उत्पादन नाथद्वारा अस्पताल में तीनों प्लांट शुरू हो जाने के बाद 344 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन हो सकेगा। बता दें कि डीआरडीओ के 200 और नपा के 100 सहित मौजूदा संयत्र के 44 मिलाकर 344 गैस सिलेंडर ऑक्सीजन प्रतिदिन मिल सकेंगी। इस मामले में आत्मनिर्भर भी हो सकेगा।

डीआरडीओ का 200 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता वाला प्लांट

केन्द्र सरकार ने डीआरडीओ से मिलकर मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट एमओपी की तकनीक ऑक्सीजन जनरेशन के लिए विकसित करवाई है। एमओपी ऑक्सीजन प्लांट एक हजार लीटर प्रति मिनट की क्षमता के लिए बनाया है। इस प्रणाली से 5 एलपीएम की प्रवाह दर पर 190 रोगियों की मांग को पूरा किया जा सकता है। प्रतिदिन 200 सिलेंडर चार्ज कर सकते हैं। मैसर्स टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड, बेंगलुरु और मैसर्स ट्राइडेंट न्यूमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, कोयंबटूर ने प्लांट की योजना को तैयार करवाया है।

देश के विभिन्न अस्पतालों में 380 प्लांट दोनों मिलकर लगाएंगे। वहीं 500 एलपीएम क्षमता के 120 संयंत्र सीएसआईआर से संबंधित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून के साथ काम करने वाले उद्योगों द्वारा उत्पादित किए जाएंगे। नाथद्वारा में 1 हजार लीटर क्षमता वाला प्लांट लगाया है, इसमें रोज 200 गैस सिलेंडर उत्पादन क्षमता होगी।

अस्पताल में अभी 150 बेड पर सीधे ऑक्सीजन पहुंच रही : अस्पताल में अभी 200 लीटर की क्षमता वाला प्लांट चालू है। रोज 44 सिलेंडर गैस का उत्पादन अस्पताल में किया जा रहा है। कोरोना काल में खपत बढ़कर 4 से 5 गुणा हो जाने से नए प्लांट की जरूरत महसूस की जा रही थी। अस्पताल में 200 बेड हैं, इसमें से 150 बेड पर सीधे ऑक्सीजन मिल रही है।

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