पीएम मोदी ने पश्चिमी फ्रेट कॉरिडोर के न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड राष्ट्र को समर्पित किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,pm narendra modi
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के 306 किलोमीटर लम्बे न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन द्वारा चलने वाली दुनिया की पहली डबल स्टैक (1.5 किलोमीटर लंबी कंटेनर ट्रेन) को भी हरी झंडी दिखाई।

रेल मंत्रालय के अनुसार, भारतीय रेलवे 81 हजार करोड़ की लागत से दो फ्रेट कॉरिडोर तैयार कर रहा है। इसमें वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 1506 किमी लम्बा है। वह जेएनपीटी मुंबई को दादरी उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा। डब्ल्यूडीएफसी के 306 किलोमीटर लम्बे न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड 5800 करोड़ रुपये की लागत से बन कर तैयार हुआ है।

वहीं ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) 1875 किमी लम्बा है। यह लुधियाना पंजाब को दानकुनी पश्चिम बंगाल से जोड़ेगा। ईडीएफसी का 351 किलोमीटर लम्बा न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन उत्तर प्रदेश में स्थित है और इसे 5,750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस पर मालगाड़ियों ने 90 किमी प्रति घंटा की गति से दौड़ना शुरू कर दिया है।

दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, उत्तरप्रदेश व राजस्थान को मिलेगा लाभ
इस खंड के शुरू होने से राजस्थान और हरियाणा के रेवाड़ी- मानेसर, नारनौल, फुलेरा और किशनगढ़ इलाके में स्थित विभिन्न उद्योगों को लाभ होगा और यह काठुवास में स्थित कॉनकोर के कंटेनर डिपो के बेहतर इस्तेमाल को भी संभव बनाएगा। यह खंड गुजरात में स्थित कांडला, पिपावाव, मुंधरा और दाहेज के पश्चिमी बंदरगाहों के साथ निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करेगा।