जहर भी अमृत बन सकता है भक्त की भक्ति मे दम होने पर : प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज

26 अगस्त अशोक नगर उदयपुर जहर भी अमृत बन सकता है अगर भक्ति मे दम होगा तभी प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज ने गुरूवार को लोकाशाह जैन स्थानक में आयोजित धर्मसभा में विचार व्यक्त करतें हुयें कहांकि मीरा की भक्ति से विश से भरा प्याला भी अमृत मे बदल गया।

भगवान भक्त की भक्ति के दिवाने होते है माया के नहीं असंभव को भी संभव भक्ति से ही किया जा सकता है 24 घंटों मे कुछ समय तनय होकर भगवान की भक्ति करने वाला व्यक्ति ही आत्मा को तिराकर के कर्मों के बंधनों से मुक्त करवा पायेगा। हरीश मुनि हितेश मुनि ने बिना साधना और आराधना के परमात्मा को नहीं पाया जा सकता है।

श्रीसंघ के अध्यक्ष कांतिलाल जैन बताया की प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज के दिशानिर्देश पर पर्यूषण पर्व मे 108 अठाये तप करके पर्युषण महापर्व अठाई तपोमोत्यस रूप मे लोकाशाह जैन स्थानक मे पर्यूषण मनायेंगे।

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