पुलिस अधिकारियों ने महामारी के दौरान फ्रंट लाइनर्स के जीवन की सच्‍चाई बयां की

  • 47%पुलिस अधिकारियों कोअपनी ड्युटी पूरी करते हुए अपने परिवार के स्‍वास्‍थ्‍य व कुशलता की चिंता बनी रही
  • 65%का मानना है कि लॉकडाउन के दौरान पुलिस सेवा के प्रति लोगों की धारणा में काफी सकारात्‍मक बदलाव आया है

मुंबई, भारत में महामारी के दौरान सेवा करते हुए पुलिस बल अपने परिवार के स्‍वास्‍थ्‍य और अधिक समय तक ड्युटी करने जैसी बातों को लेकर चिंतित रहे। ‘गोदरेज लॉक्‍स हर घर सुरक्षित रिपोर्ट 2020: सेफ्टी इनसाइट्स फ्रॉम इंडियाज पुलिस फोर्स‘की शोध रिपोर्ट में इस तथ्‍य का खुलासा हुआ है। भारत के 12 प्रमुख शहरों के पुलिसकर्मियों पर यह अध्‍ययन किया गया। इसमें जिन प्रमुख बिंदुओं का पता चला उनमें से एक यह था कि 47 प्रतिशत पुलिस अधिकारियों को अपनी ड्युटी करते हुए अपने परिवार के स्‍वास्‍थ्‍य एवं कुशलता की चिंता बनी रही।

पुलिस अधिकारियों का मानना ​​है कि उनके परिवारों को उनकी नौकरी के चलते सीधे तौर पर महामारी का अधिक खतरा बना रहता है। लगभग, एक तिहाई (30%) का मानना ​​है कि संभावित रूप से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने का खतरा बहुत अधिक बना रहता है।

आंकड़ों के अनुसार, इस महामारी ने अपने परिवार की सुरक्षा और संरक्षण के बारे में पुलिसकर्मियों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। 59%पुलिसअधिकारियों ने लॉकडाउन के दौरान अधिक समय तक घर से दूर रहने को अपनी चिंता की वजह बतायी। 57%पुलिसकर्मी भी अधिक समय तक बंधन में रहने को अपनी चिंता का कारण माना और 46% (पुलिसअधिकारी),महामारी के दौरान अधिक कार्य और जिम्मेदारियों को तनाव का प्रमुख कारण मानते हैं।

हालांकि, शोध के जरिए पता चला कि वायरस के परिणामस्‍वरूप पुलिस के प्रति लोगों की धारणाओं में अधिक सकारात्‍मक बदलाव आया है और इसके अनेक उदाहरण दिये जा सकते हैं। 65% पुलिस अधिकारियों का मानना ​​है कि पिछले कुछ महीनों में भारत की पुलिस बल की छवि में सुधार हुआ है; 82% का मानना ​​है कि यह कोविड-19 संकट के दौरान उनके द्वारा किये गये कार्यों का परिणाम है, 63% पुलिस अधिकारियों ने जनता के साथ बेहतर संवाद कोइसका कारण बताया और 62%नेपुलिस की अधिक गश्‍ती को इसका कारण माना।

शोध रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए, श्याममोटवानी, कार्यकारी उपाध्यक्ष और बिजनेस हेड, गोदरेज लॉक्स ने निष्कर्षों को पेशेवरों – पति, पत्नी, पुत्र और पुत्रियाँ – द्वारा इस अपूर्व चुनौतीपूर्ण समय में लोगों की रक्षा को समयोचित अनुस्‍मारक बताया।

उन्होंने कहा, “राष्ट्र के स्वास्थ्य और सुरक्षा को बनाए रखने हेतु हमेशा व्यक्तिगत जिम्मेदारियों के साथ हमें सौंपे गये कार्यों के बीच सामंजस्‍य बिठाना पड़ता है।शोध में न केवल हमारे पुलिस बल के तनावों को रेखांकित किया गया है बल्कि उनके असाधारण कार्यों के चलते लोगों के प्रति उनके बढ़े हुए सम्‍मान को भी दिखाया गया है।”

आंकड़ों के अनुसार, 41% पुलिस अधिकारियों ने वर्तमान में अपनी टीमों पर ‘बहुत गर्व’ महसूस किया, और 27% ने सामान्य लोगों द्वारा ‘सराहना’ महसूस की।

ये निष्कर्ष ‘गोदरेज लॉक्‍स हर घर सुरक्षित रिपोर्ट 2020: सेफ्टी इनसाइट्स फ्रॉम इंडियाज पुलिस फोर्स‘ की शोध रिपोर्ट से सामने आये हैं। उसी के अनुसार, 65% पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन पूरी तरह से समाप्‍त होने के बाद घरों में डकैतियों में वृद्धि की आशंका जाहिर की है और 85% ने प्राथमिक तौर पर घर की सुरक्षा के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी है।