पुजारी का परिवार मंदिर की जमीन पर कब्जा छुड़ाने के लिए आमरण अनशन पर बैठा, दो की तबीयत बिगड़ी

हनुमानगढ़। सोमवार से जिले के नोहर क्षेत्र में आमरण अनशन पर पुजारी और उसका परिवार में बुधवार को दो बुजुर्ग महिलाओं की तबीयत खराब हो गई। दोनों महिलाओं की उम्र 80 साल बताई जा रही है।

तबीयत खराब होने के बाद पुलिस द्वारा जबरन दोनों महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया। गौरतलब है कि पुजारी जगदीश स्वामी का परिवार मंदिर की जमीन पर कब्जा छुड़ाने के लिए नोहर उपखंड कार्यालय के सामने धरने पर बैठा है। पुजारी का आरोप है कि अधिकारियों द्वारा जालसाजी करके मंदिर की जमीन दूसरे व्यक्ति के नाम कर दी गई।

पुजारी का आरोप है कि गांव परलीका के 20 डीपीएन में ठाकुर जी के मंदिर की भूमि नाम माफी में दर्ज है। जो कुल 13 दिन में कथित रूप से दूसरे व्यक्ति के नाम कर दी गई। पुजारी द्वारा पूरे मामले में तहसीलदार और पटवारी समेत अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में पुजारी ने बताया कि परलीका के 20-डीपीएन के खाता संख्या 177-160 की 3.795 हेक्टेयर भूमि ठाकुर जी के मंदिर की डोली भूमि के रूप में दर्ज थी। इसे 10 जून से 23 जून 2017 के बीच 13 दिन में बिना किसी नोटिस जारी किए हुए कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों पर रामकुमार के नाम खातेदारी दर्ज कर दी गई।

करौली के पुजारी जैसा हाल करने की दी धमकी

पुजारी द्वारा मामले में थाने में भी दो रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुजारी का आरोप है कि दोनों मामलों में बिना किसी जांच के अंतिम रिपोर्ट पेश कर दी गई। पुजारी ने आरोप लगाया कि 10 अक्टूबर को राजकुमार ने धमकी दी कि आगे मंदिर की जमीन के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं करूं, नहीं तो करौली के पुजारी जैसा हाल कर देंगे। परिवार को खत्म कर देंगे।

मुख्यमंत्री गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा

पूरे मामले में पुजारी द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें पुजारी ने लिखा कि पूरे मामले में उनका परिवार निष्पक्ष जांच की मांग करता है। जिसके लिए उनका परिवार 12 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठ रहा है।