प्रियंका गांधी और राहुल गांधी आज हाथरस जाएंगे, हाथरस की सभी सीमाओं को सील किया गया

14 सितंबर को हाथरस में दलित युवती से दुष्कर्म हुआ था, 28 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीडि़त की मौत के मामले में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी आज हाथरस जाएंगे। हाथरस कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने यह जानकारी दी है। इस बीच प्रशासन ने जिले में 31 अक्टूबर तक के लिए धारा 144 लगा दी है। हाथरस की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। पीडि़त परिवार के के गांव में बैरिकेड लगा दिए गए हैं।

4 साल पहले राहुल-प्रियंका को नोएडा जाने से रोका गया था

2016 में राहुल और प्रियंका गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मुलाकात करने के लिए नोएडा पहुंचे थे, लेकिन तत्कालीन सपा सरकार ने उन्हें रोक दिया था। इसके बाद दोनों को दिल्ली लौटना पड़ा था।

हाथरस के मामले में प्रियंका लगातार योगी सरकार पर हमले कर रही हैं। उन्होंने एसआईटी बनाने पर भी सवाल उठाए थे। प्रियंका ने बुधवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री योगी से 3 सवाल पूछे। उनका सबसे बड़ा सवाल यही था कि परिजन से जबरदस्ती छीनकर पीड़ित के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया?

गांव को छावनी बनाया गया, मेन रोड पर बैरिकेड लगाए

पीड़ित के गांव में पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। पूरा गांव छावनी जैसा नजर आ रहा है। कोई भी बाहरी व्यक्ति पीडि़त के घर तक न पहुंच सके, इसके लिए गांव के बाहर मेन रोड पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। मीडिया को भी गांव में आने की परमिशन नहीं है। गांव के एंट्री पॉइंट पर एडीएम लेवल के अधिकारी तैनात हैं।

पुलिस ने कहा- अभी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं

हाथरस के एसपी विक्रांत वीर ने कहा है कि अलीगढ़ अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट में पीड़ित के शरीर पर जख्मों की बात है, लेकिन दुष्कर्म की पुष्टि नहीं की गई है। डॉक्टर्स का कहना है कि फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है।

मायावती बोलीं- उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि योगी को उनकी जगह पर यानी गोरखनाथ मठ भेज देना चाहिए। अगर उन्हें वह भी पसंद नहीं तो राम मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी दे देनी चाहिए। केंद्र सरकार को उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।