समृद्धि का सम्मान होता है, पूजा त्याग की होती है: संत चन्द्रप्रभ

51 उपवास करने वाली उच्छवकंवर कावेडिया का अभिनंदन

जोधपुर। चन्द्रप्रभ सागर महाराज के सानिध्य में कायलाना रोड़ स्थित संबोधि धाम में 51 उपवास करने वाली उच्छवकंवर कावेडिया का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर संतप्रवर ने कहा कि वैभव कितना ही महान क्यों न हो, पर वह तप और त्याग से ज्यादा कभी भी महान नहीं हो सकता। भले ही सिकन्दर के पास महावीर से हजार गुना ज्यादा वैभव था, पर वह महावीर के त्याग से कभी महान नहीं कहलाएगा। जिसने वैभव को केवल इकठ्ठा किया वह सिकन्दर बना, पर जिसने वैभव को भी हँसते-हँसते त्याग कर दिया वह महावीर बन गया। एक तरफ सिकन्दर की मूर्ति हो और दूसरी तरफ महावीर की मूर्ति, यह सिर श्रद्धा से तो महावीर के चरणों में ही झुकेगा।

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उन्होंने कहा कि भारत तप और त्याग की भूमि है। यहाँ समृद्धि का सम्मान होता है, पर पूजा हमेशा त्याग की होती है। यह सत्य है कि दुनिया सम्पन्नता से प्रभावित होती है और स पन्न व्यक्ति ही सब जगह मुख्य अतिथि बनता है, पर वह भी जब किसी त्यागी-तपस्वी को देखेगा तो उसका सिर अपने आप तपस्वी के आगे झुक जाएगा। उन्होंने कहा कि आज इंसान के पास सब कुछ है, पर मन में तृप्ति का नामोनिशान नहीं है।

चन्द्रप्रभ सागर महाराज के सानिध्य में कायलाना रोड़ स्थित संबोधि धाम में 51 उपवास करने वाली उच्छवकंवर कावेडिया का अभिनंदन किया गया

इच्छाओं का त्याग सबसे बडा तप- उन्होने कहा कि तपस्या का मतलब केवल उपवास या भोजन का त्याग नहीं है वरन् इच्छाओं का निरोध करना जीवन की सबसे बड़ी तपस्या है। तन तो तप गया, पर मन न तपा तो तपस्या का या मतलब? तन तो मन को साधने का साधन मात्र है। जीवन में तपस्या का संस्कार जरूर होना चाहिए। जो तपस्या करता है वह अनेक समस्याओं से स्वत: बच जाता है। तपस्या के छोटेछोटे रूप बताते हुए संतप्रवर ने कहा कि झूठ न बोलना वाणी का तप है, दूसरों के काम आना काया का तप है, किसी की सोने की अंगूठी मिल जाने पर उसे वापस लौटा देना मन का तप है।

मजबूत इच्छा शक्ति के बिना कोई कार्य संभव नहीं : कमलमुनि

जोधपुर। व्यक्ति में इच्छा शक्ति निर्मित हुए बिना धन वैभव स ाा के सहारे कभी सफलता की मंजिल को प्राप्त नहीं कर सकता है। यह विचार संत कमलमुनि कमलेश ने आध्यात्मिक करुणा मुक्ति प्रशिक्षण केंद्र में संभागीय आयुक्त डा. समित शर्मा को मार्गदर्शन करते व्यक्त किए। उन्होने कहा कि अंतरात्मा में ज्ञान के माध्यम से सोई हुई शक्ति जागृत करके इच्छा शक्ति को मजबूत बनाया जा सकता है। जितनी इच्छाशक्ति ज्यादा मजबूत होगी उतना अंदर से ऊर्जा का विकास होगा और ऊर्जा को दिशा मिलेगी तो जीवन वरदान बनेगा सफलता भी शीघ्र मिलेगी। मुनि कमलेश ने कहा कि पर्यावरण हो स्वच्छता अभियान हो कोरोनावायरस मुक्ति का कार्य हो अथवा हरित क्रांति कानून से हर समस्या हल नहीं हो सकती जब तक जन सहयोग नहीं मिलता। संभागीय आयुक्त डा. समित शर्मा ने कहा कि ऊर्जा को संतो की दिशा मिल जाए कम समय में ज्यादा काम हो सकता है। 1 से 15 सितंबर तक हरित क्रांति भय भगाओ कोरोना हटाओ पॉलिथीन मुक्त जोधपुर नशा मुक्ति और पर्यावरण शहर में घूम रही गायों के लिए व्यवस्थित कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई जाएगी। जिसमें सभी धर्म आचार्यों की मीटिंग होगी। धार्मिक सामाजिक राजनीतिक संगठन के प्रमुखों को एक मंच पर लाकर पढऩे इच्छाशक्ति पैदा करके जन क्रांति का अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया है। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ जोधपुर अध्यक्ष सुकन राज धारीवाल उपाध्यक्ष गुणवंत राज मेहता सुनील पारख मंत्री सुनील चोपड़ा अशोक गोलेछा विमल कोठारी ने संभागीय आयुक्त का अभिनंदन किया। कौशल मुनि व अक्षत मुनि ने मंगल आशीर्वाद प्रदान किया।