सुजानगढ़
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने सुजानगढ़ मेंं 112.71 लाख रुपए की लागत के ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रेक का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रेक का निर्माण होने से ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया आसान होगी तथा दक्ष व्यक्तियों को ही लाइसेंस मिल सकेगा। इससे सड़क हादसों पर भी लगाम लगेगी। उन्होंने कहा कि सरकार सड़क एवं परिवहन सुविधाओं के लिए व्यापक प्रयास कर रही है और इस दिशा में उल्लेखनीय काम पिछले एक साल में किया गया है। उन्होंने कहा कि छापर-देवाणी सड़क मार्ग खुलवाने और उसकी मरम्मत से भी लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। सुजानगढ़ में डीटीओ कार्यालय खोले जाने से क्षेत्र के लोगों को भारी लाभ मिला है और उन्हें अब अपने लाइसेंस बनवाने तथा दूसरे ऐसे कामों के लिए जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ता है। इससे उनके समय व धन की बचत हुई है। उन्होंने कहा कि सड़क सुविधाओं और साधनों के विकास के साथ सड़क हादसों में वृद्धि नहीं हो, इसके लिए जरूरी है कि हम सभी यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार व जवाबदेह बनें। नियमों का उल्लंघन नहीं करें। अनावश्यक गति से गाड़ी नहीं चलाएं। दुपहिया वाहन पर चलें तो हेलमेट का उपयोग करें। डीटीओ देवानंद ने बताया कि ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रेक अंतर्गत पार्किंग ट्रेक, विकट मोड़, आठ ट्रेक, नियंत्रण कक्ष, ढलान व चड़ाई ट्रेक बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि चूरू कार्यालय में भी ऐसा ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रेक बनाया जाना प्रस्तावित है। इस अवसर पर प्रधान गणेश ढाका, राधेश्याम अग्रवाल, विद्याधर बेनीवाल, उप प्रधान दीवान सिंह, कन्हैयालाल, धर्मेंद्र कीलका आदि ने भी विचार व्यक्त किए और सुजानगढ़ क्षेत्र में निरंतर विकास के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री की प्रतिबद्धता को सराहा।