राहुल व प्रियंका पीड़ितों से मिल लिए, अब वहां जाने का फायदा नहीं : डोटासरा

भरतपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत और प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस का पैदल मार्च पुतला दहन तक ही सिमट गया। बॉर्डर खाली था, फिर भी गिरफ्तारी से डरे नेता राजस्थान सीमा में से ही बैरंग लौट आए।

इस संबंध में जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से बात की तो उनका कहना था कि पीडि़त परिवारों से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मिल लिए हैं तो अब वहां जाने का क्या फायदा। जबकि इससे पहले कांग्रेस ने भरतपुर के ऊंचा नगला बॉर्डर से लखीमपुर खीरी तक पैदल मार्च का ऐलान किया था। इस पैदल मार्च में पहले सीएम अशोक गहलोत के भी आने की संभावना थी। लेकिन, ऐनवक्त पर उनका दौरा कैंसिल हो गया।

पैदल मार्च के लिए बॉर्डर पर सुबह 10 बजे से ही कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता जुटने लगे थे। करीब 11 बजे तक अच्छी खासी भीड़ जुट गई। बॉर्डर खाली था। यूपी पुलिस ने बेरिकेड्स समेत प्रदर्शनकारियों को रोकने के कोई खास इंतजाम नहीं किए थे। किरावली (यूपी) एसडीएम विनोद जोशी ने तो यहां तक कहा कि कानून का पालन करते हुए लखीमपुर खीरी तो क्या कोई भी कहीं भी जा सकता है।

हालांकि बॉर्डर पर अछनेरा सीओ महेश कुमार, किरावली एसडीएम विनोद जोशी समेत चौकी पुलिस मौजूद थी। यहां हुई जनसभा को जिला प्रभारी मंत्री महेश जोशी, गृह रक्षा राज्यमंत्री भजनलाल जाटव, विधायक अमरसिंह जाटव, वाजिब अली, रोहित बोहरा, जाहिदा खान, जोगेंदर अवाना, रफीक खान, एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी, निवर्तमान जिलाध्यक्ष शेरसिंह सूपा, कांग्रेस नेता संजय शुक्ला, सतीश सोगरवाल, श्रीचंदगौड, संतोष फौजदार आने भी संबोधित किया। संचालन चुन्नी कप्तान ने किया। इस कार्यक्रम में विधायक साफिया जुबेर, राजेंद्र यादव, अमीन खान, वेद प्रकाश सोलंकी, भरतपुर मेयर अभिजीत कुमार, डिप्टी मेयर गिरीश चौधरी समेत अनेक लोग मौजूद रहे।

चुनाव में जनता मोदी-योगी सरकार को उखाड़ फेंकेगी : डोटासरा

इस दौरान ऊंचा नगला बॉर्डर पर हुई सभा में कांग्रेस नेताओंं ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को जमकर कोसा। इन नेताओं ने लखीमपुर खीरी कांड में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को पद से नहीं हटाए जाने और उनके बेटे की गिरफ्तारी नहीं किए जाने पर भी रोष जताया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अलोकतांत्रिक, किसान विरोधी और पूंजीपतियों की हितैषी सरकार है जो किसानों का दमन कर रही है। अगले चुनाव में जनता मोदी और योगी की सरकार को उखाड़ फेकेंगी।

डीएपी खाद की किल्लत के लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार, आयात पर लगाई है रोक : गर्ग

राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने प्रदेश में डीएपी खाद की किल्लत के लिए केंद्र को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र ने डीएपी के आयात पर रोक लगा रखी है। भाजपा सरकार किसानों के साथ अन्याय करती रही है। किसान तंग आ चुका है। इसलिए नवरात्र और खेतों में काम होने के बावजूद बड़ी संख्या में लोग विरोध जताने यहां आए हैं। जनता का यह आक्रोश वर्ष 2023 और 2024 में कांग्रेस की सरकार बनाएगा।

इस प्रदर्शन के दौरान दो पुतले जलाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला यूपी बॉर्डर के अंदर और यूपी के सीएम योगी का पुतला राजस्थान सीमा में जलाया। क्योंकि यूपी पुलिस ने चेतावनी दी थी कि सीएम का पुतला जलाया तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मायावती सरकार के समय से उत्तर प्रदेश में सीएम का पुतला जलाने पर रोक है।

पूर्व मंत्री विश्वेंद्रसिंह ने भरी सभा में जिला प्रभारी मंत्री डॉ. महेश जोशी को घेरा। बोले- इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। लेकिन, असली हकदार जनता है। जिले में सड़कें की स्थिति खराब है। कई सड़कें तो दगरों (कच्चे रास्ते) जैसी है। किसानों को बिजली और खाद नहीं मिल रहा है। इस पर भी ध्यान दीजिए। सरकार जो अच्छा कर रही है उसे भी जनता को बताया जाना चाहिए। इस मौके पर सभा संचालक चुन्नी कप्तान ने विधायक विश्वेंद्रसिंह को मंत्री बनाए जाने की बात कही।

यह भी पढ़े-जिला अस्पताल में 195 सिलेंडर क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट शुरू