बारिश का अलर्ट : माउंटआबू में 145 मिलीमीटर पानी बरसा

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जयपुर । प्रदेश में श्रावण मास में मानसून के मेघ मेहरबान हो रहे हैं। बारिश होने से आमजन को गर्मी से राहत मिलने के साथ ही पर्यटन स्थलों पर भी रौनक देखने को मिल रही है। हिल स्टेशन माउंट आबू में मानसून की मूसलाधार बारिश हुई है। बारिश का अलर्ट : मंगलवार को उदयपुर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, सिरोही सहित कुछ जिलों में ही बारिश हुई। उदयपुर में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर रहे। जिले के कोटड़ा क्षेत्र में 84 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांंकि, जयपुर समेत प्रदेश के अधिकांश जिले सूखे रहे। वहां लोग उमस से परेशान रहे। मौसम विभाग के अनुसार 20-21 जुलाई को कुछ ही स्थानों पर बारिश होगी। 22-23 जुलाई से अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है।

आगामी दिनों में अभी मानसून के बाद कई जगह पर बरसने का सिलसिला जारी रहेगा। राजधानी जयपुर में झमाझम बारिश का इंतजार हो रहा है. दिन में धूप और गर्मी से लोग परेशान हैं। बुधवार को भी राजधानी जयपुर में सुबह से ही धूप और गर्मी का मौसम देखने को मिल रहा है। मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक वर्तमान में एक कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पूर्व में विदर्भ के ऊपर बना हुआ है और मानसून की टर्फ लाइन जैसलमेर, कोटा और कम दबाव के क्षेत्र से होकर गुजर रही है। इक्कीस जुलाई से प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में हल्की कमी आएगी। कुछ जिलों में छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश का दौर बना रहेगा। उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, कोटा, झालावाड़, श्रीगंगानगर में पूरी तरह से मानसून की झमाझम बारिश का दौर जारी है।

प्रदेश के अजमेर में 33.6 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 34.2, वनस्थली में 37.4, अलवर में 37.4, जयपुर में 37.2, पिलानी में 37.4, सीकर में 36, कोटा में 35.2, बूंदी में 37, चित्तौड़गढ़ में 31, डबोक में 31, बाड़मेर में 35.5, पाली में 30.4, जैसलमेर में 37.3, जोधपुर में 34.8, फलौदी में 36.4, बीकानेर में 38.9, चूरू में 38.1, श्रीगंगानगर में 36.9, धौलपुर में 39, नागौर में 36.3, टोंक में 38.1, बारां में 36, डूंगरपुर में 28.7, हनुमानगढ़ में 38.1, जालोर में 31.1, सिरोही में 30.6, सवाई माधोपुर में 38.6, करौली में 39.3, बांसवाड़ा में 27 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा।

प्रदेश में बीते 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश सिरोही के माउंटआबू में 145 मिलीमीटर, केर में 91, वेस्ट बनास में 60, टोंक के टोरडीसागर में 55, टोडारायसिंह में 52, मालपुरा में 29, उदयपुर के कोटडा में 94, बडगांव में 64, अजमेर के पुष्कर में 100, सरवाड़ में 78, अलवर के बहरोड में 47, बांसवाड़ा के अरथुना में 50, डूंगरपुर के धंबोला में 87, चिकली में 59, भीलवाड़ा के करेड़ा में 79, अरवर डेम में 65, आसींद में 57, बूंदी के केशवरायपाटन में 35, चित्तौड़ के संडेसर में 50, चूरू के राजगढ़ में 42, जालोर के जसवंतपुरा में 46, झालावाड़ के रायपुर में 52, कोटा के कानवास में 43, नागौर के परबतसर में 49, राजसमंद के रेलमाग्र में 72 मिलीमीटर बारिश हुई।

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उदयपुर के कोटड़ा व आसपास के इलाकों में 4 घंटे तक हुई तेज बारिश के कारण पामरी नदी उफान पर रही। इससे राजस्थान-गुजरात मार्ग बाधित रहा। वहीं कोटा-श्योपुर मार्ग तीन दिन बहाल रहने के बाद मंगलवार शाम को फिर बंद हो गया। इससे दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। कोटा से आ रही बसें पार्वती नदी से वापस लौट गई। मध्यप्रदेश सीमा की ओर भी मध्यप्रदेश पुलिस ने बैरिकेड लगाकर पुल पर आवागमन बंद करवाया। कालीसिंध बांध के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। प्रशासन ने कालीसिंध नदी के निचले हिस्से तीनधार, मुंडेरी व गागरोन तक हाई अलर्ट जारी किया है। अधिशासी अभियंता जल संसाधन महेन्द्र सिंह ने बताया कि मंगलवार तड़के से ही मध्यप्रदेश की बारिश से बांध क्षेत्र में पानी की आवक बढ़ गई थी। मंगलवार तड़के से ही कालीसिंध बांध के 6 गेट व शाम को 4 गेट खोलकर करीब 59 हजार 118 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।

पाली शहर को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए चलाई जा रही वाटर ट्रेन को बंद कर दिया गया है। जवाई बांध में पानी की आवक होने के बाद ट्रेन को बंद किया गया। ट्रेन ने 90 दिन में 240 फेरे करके पाली की प्यास बुझाई। जवाई बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश से जवाई नदी में पानी की आवक हो रही है। पैंदे पहुंचा जवाई बांध का पानी अब 15 फीट के करीब पहुंच गया। बांसवाड़ा जिले के खमेरा थाना क्षेत्र के काली मंगरी ग्राम पंचायत के देवलिया शक्तावत गांव समीप नदी में बहाव तेज होने से एक दंपती टापू पर फंस गया। एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला। दम्पती नदी किनारे स्थित एक टापू पर पेड़ से जामुन तोड़ने गए थे। वापसी के दौरान दौरान नदी में पानी का बहाव तेज हो गया। सूचना पर एसडीआरएफ टीम पहुंची और रेस्क्यू किया।