वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा को साकार कर रहा राजस्थान फाउंडेशन

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जयपुर। राउरकेला (ओडिशा) की राजस्थान परिषद् की गोल्डन जुबली के अवसर पर आयोजित चार दिवसीय कार्यक्रम के समापन समारोह में राजस्थान फाउंडेशन आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने शिरकत की। राजस्थान फाउंडेशन, राजस्थान पर्यटन और राजस्थान परिषद् के साझा प्रयासों से इस कार्यक्रम में आयोजित राजस्थानी मेले में राजस्थानी पहनावों, गीतों, लोक-गीतों के मनमोहक दृश्य से उत्कल की भूमि राजस्थानी संकृति से सरोबार नजर आई।

धीरज श्रीवास्तव ने प्रवासी राजस्थानियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दूरदर्शी नेतृत्व ने राजस्थान के अन्य राज्यों में बसे प्रवासियों की महत्वता को देखते हुए वर्ष 2001 में राजस्थान फाउंडेशन की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन भारत के अन्य राज्यों में निवास कर रहे राजस्थानियों को एक धागे में पिरोये रखने के लिए कार्यरत है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा को साकार करने के लिए देश विदेश में राज्य के प्रवासियों से निरंतर संपर्क बनाये हुए है ।
राजस्थान फाउंडेशन आयुक्त ने बताया कि फाउंडेशन वर्तमान में अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, पोलैंड, इंग्लैंड, संयुक्त अरब अमीरात, म्यांमार सहित करीब 30 देशों में बसे प्रवासियों को फाउंडेशन से जोड़ चुका है। उन्होंने फाउंडेशन के द्वारा देश-विदेश में बसे प्रवासियों के लिए की जा रही मदद के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना महामारी में राजस्थानी प्रवासियों के सहयोग से 30 करोड़ रुपए से भी अधिक की राहत सामग्री की मदद की गई। रूस – युक्रेन युद्ध में राजस्थान फाउंडेशन की मदद से राजस्थानी छात्रों की सकुशल वतन वापसी हुई।
श्रीवास्तव ने ओडिशा के प्रवासियों को जोधपुर में मार्च माह में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल एक्सपो के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि राजस्थान में व्यापार करने की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशानुरूप राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहोल है।
इस अवसर पर फाउंडेशन की ओर से विदेश में शिक्षा ग्रहण कर रहे राजीव गाँधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस अवॉर्ड के लाभार्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया गया जिसमें मुख्य सचिव उषा शर्मा, प्रमुख शासन सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग भवानी सिंह देथा ने प्रवासी छात्रों और उनके अभिभावकों से बातचीत की और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार है।
राजस्थान परिषद् के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र मरोडिए ने बताया कि ओडिशा में राउरकेला और उसके आस पास के स्थानों में करीब 75 हजार राजस्थानी निवास करते हैं। परिषद् राउरकेला में जरुरतमंदो की मदद के लिए ‘राजस्थान सेवा सदन’ के नाम से धर्मार्थ अस्पताल और होम्योपैथी, आयुर्वेदिक क्लिनिक चलाता है।