दुबई वर्ल्ड एक्सपो में निवेश की संभावनाएं तलाशेगा राजस्थान

मुख्यमंत्री गहलोत ने दुबई वर्ल्ड एक्सपो में राजस्थान की ब्रांडिंग के लिए पांच करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रावधान के प्रस्ताव को स्वीकृति दी

निवेशकों को आकर्षित करने के लिए गहलोत सरकार ने बनाई ठोस रणनीति

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश को उद्योग और निवेश की दृष्टि से मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही गहलोत सरकार ने कॉपरपोरेट जगत को प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित करने के लिए एक से बढ़कर एक योजनाएं की शुरुआत भी की हैं। प्रदेश में निवेशकों और बिजनेसमैन के लिए व्यापार की दृष्टि से काफी अनुकूल माहौल तैयार किया गया है। इस क्रम में एक कदम आगे बढ़ते हुए राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि भारतीय वाणिज्य व उद्योग परिसंघ (फिक्की) की ओर से 12 से 18 नवंबर, 2021 को दुबई में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय उद्योग सम्मेलन ‘दुबई वर्ल्ड एक्सपो’ में भाग लेंगे, ताकि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए आकर्षित किया जा सके। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुबई वर्ल्ड एक्सपो में राजस्थान की ब्रांडिंग से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के लिए पांच करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रावधान के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। सम्मेलन के दौरान उद्योग विभाग के रीको, ब्यूरो आफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन (बीआइपी) तथा पर्यटन विभाग आदि के अधिकारी देश-विदेश के उद्यमियों और निवेशकों के साथ प्रदेश में विभिन्न सेक्टर में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। आपको बता दें उद्योग की दृष्टि से राजस्थान बड़ा बाजार है। इसके अलावा पर्यटन क्षेत्र में भी राजस्थान वैश्विक मानचित्र पर अपनी एक अलग और बड़ी पहचान रखता है। राजस्थान में देश-विदेश से आने वाले उद्योगपति और निवेशकों को हर संभव मदद और सुविधाएं दी जाती हैं। राजस्थान सरकार की सकारात्मक नीतियों की वजह से ही यहां व्यापार आसानी से जमाया जा सकता है। कॉरपोरेट जगत के बीच राजस्थान बड़ा हब बनता जा रहा है, जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों से संभव हो पाया है।

राजस्थान फाउंडेशन भी निभा सकता है बड़ी भूमिका

राजस्थान फाउंडेशन के अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव

अंतर्राष्ट्रीय उद्योग सम्मेलन ‘दुबई वर्ल्ड एक्सपो’ में राजस्थान फाउंडेशन भी बड़ी भूमिका निभा सकता है। पूरे विश्व के कोने कोने में बसे राजस्थानियों की मदद के लिए स्थापित किया गया राजस्थान फाउंडेशन सभी राजस्थानियों को एक मंच लाने का काम कर रहा है। प्रदेश में निवेश को लेकर बड़ी भूमिका निभा रहे राजस्थान फाउंडेशन पहले से ही इस दिशा में लगातार काम कर रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशन में फाउंडेशन के अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव इस दिशा में लगातार काम करते हुए काफी सफल हुए हैं। कोरोना काल में इसका उदाहरण भी देखने को मिला जब विदेश में बसे राजस्थानियों ने हजारों मील दूर रहते हुए भी राजस्थान फाउंडेशन के तत्वाधान में धीरज श्रीवास्तव के सहयोग से अपने प्रदेश के लिए हर संभव मदद भेजने में पीछे नहीं हटे और प्रदेश में निवेश भी कर रहे हैं।

भारतीय पैवेलियन में दिखेगा राजस्थान का जलवा

भारतीय की तरफ से बनाये पवैलियन में राजस्थान सरकार अपने स्टाल, रिटेल शाप, मीटिंग रूम, एम्फीथिएटर, मल्टीपरपज हाल आदि बुक करेगी, जिनमें बिजनेस सेमिनार, बी2बी तथा राउंड टेबल बैठकों और बिजनेस एग्जीबिशन का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, क्षेत्रीय सिनेमा की शोकेसिंग, सांस्कृतिक कार्यक्रम और फूड फेस्टिवल आदि के माध्यम से उद्यमियों तथा व्यवसायियों को राज्य की अद्वितीय परंपराओं व कला-संस्कृति से रूबरू करवाया जाएगा। गहलोत के इस निर्णय से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच प्रदेश की बेहतर ब्रांडिंग की जा सकेगी तथा उन्हें राजस्थान में निवेश के लिए प्रोत्साहित और आमंत्रित किया जा सकेगा।

प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां व कार्यक्रम लागू हैं

पिछले दो साल में राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां व कार्यक्रम लागू किए हैं। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (रिप्स-2019), राजस्थान इंडस्ट्रियल डवलपमेंट पालिसी- 2019, वन स्टॉप शॉप प्रणाली एवं सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से उद्यमियों एवं निवेशकों को कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं।