राजस्थानी मोट्यार परिषद ने किया भारतीय संस्कृति के कैलेंडर का विमोचन

जयपुर/उदयपुर/बीकानेर/जोधपुर/अजमेर। भारतीय नववर्ष विक्रम संवत 2078 के राजस्थानी कैलेंडर का विमोचन आज नववर्ष प्रचार समिति के राष्ट्रीय सचिव डॉ प्रदीप कुमावत एवं राजस्थानी मोट्यार परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शिवदान सिंह जोलावास ने किया।परिषद के संभाग अध्यक्ष राहुल सिंह भाटी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कैलेंडर में भारतीय कालगणना के साथ उस महीने के विशेष त्यौहार उस महीने का भोजन और क्षेत्र विशेष का तीर्थ आदि स्थानों पर प्रकाश डाला गया है ।

इसमें मेहंदीपुर बालाजी दौसा, पांडुपोल अलवर, कैला देवी करौली, गणेश मंदिर रणथंबोर, मथुराधीश कोटा, श्रीनाथ मंदिर नाथद्वारा, गोविंद देव जी जयपुर, ब्रह्मा मंदिर पुष्कर, रामदेव जी जैसलमेर, रानी सती झुंझुनू ,चामुंडा मंदिर जोधपुर, खाटू श्याम जी सीकर, दिलवाड़ा जैन मंदिर माउंट आबू आदि चित्र अलग-अलग माह में दिए गए हैं 13 पन्नों का यह रंगीन कैलेंडर राजस्थानी मोट्यार परिषद द्वारा अपनी सांस्कृतिक पहचान संस्कार और भाषा को बचाने के लिए निकाला गया है। इसमें राजस्थानी भाषा और संस्कृति प्रचार मंडल अहमदाबाद के अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र पोखरना ने बताया कि यह प्रयास पिछले 6 वर्षों से चल रहा है हमारे ॠषियो ने प्रतिपदा का महत्व काफी पहले समझ लिया था।

पहली बार इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नव वर्ष चैत्र सुदी एकम के दिन विमोचन अलग-अलग स्थानों पर किया जा रहा है । परिषद के प्रदेश प्रवक्ता भवानी सिंह राठौड़ के अनुसार कैलेंडर के विमोचन समारोह में संबोधित करते हुए जोलावास ने कहा कि आज का दिन सांस्कृतिक एकता तथा वैज्ञानिक आधार का दिन है। भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग उत्सव मना कर इसे एक सूत्र में पिरो दिया गया है । यह भारतीय नव वर्ष की खूबसूरती है। राज उजास के नरेंद्र सारण, दिनेश जैन, शैतान सिंह, श्वेता राव, मनीषा सरूपरिया, आलोक संस्थान के शशांक टांक अमि संस्थान की सचिव राजेश्वरी राणावत  आदि उपस्थित रहे।