राजस्थानी अपने परिश्रम से देश और दुनिया में छाप छोड़ रहे: सतीश पूनियां

प्रवासी राजस्थानियों ने डॉ. सतीश पूनियां और राजेंद्र सिंह राठौड़ के लिए आयोजित किया सम्मान व स्वागत समारोह

पर्वोत्तर राज्यों का द्वार कहे जाने वाले असम राज्य के नवनियुक्त राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे राजस्थान के दिग्गज नेता व राजस्थान भाजपा अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजस्थान राजेंद्र सिंह राठौड़ के सम्मान में प्रवासी राजस्थानियों द्वारा भव्य स्वागत व सम्मान समारोह आयोजित किया गया। सतीश पूनियां ने प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन में कहा, राजस्थान के लोगों में व्यापार को हुनर है और ईश्वर बाने कोई बौद्धिक क्षमता दी है, वह अपने परिश्रम से देश और दुनिया में छाप छोड़ रहे। पुरानी कहावत बनेड़ी है कि ‘जठे पहुंचे रेलगाड़ी बठे पहुंचे मारवाड़ी’, अब इससे भी आगे जहां पहुंचे चीलगाड़ी वहां भी पहुंचे मारवाड़ी, एलएन मित्तल चूरू के राजगढ़ से हैं जो लंदन पहुंच गये और स्टील किंग बन गये।

उन्होंने आगे कहा कि शेखावाटी और मारवाड़ी आदमी में हुनर तो है ही, बौद्धिक क्षमता है, ईमानदारी भी है और परिश्रम भी है। 2 करोड़ से अधिक प्रवासी राजस्थानी पूरी दुनियाभर में निवास करते हैं, व्यापार में, नौकरी में और विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं। मुझे पिछले दिनों काफी जगह जाने का अवसर मिला, बेंगलुरु, पुणे, सूरत, अहमदाबाद, गांधीनगर, हैदराबाद, चेन्नई, तो हर शहर में पूछता कि यहां कितने प्रवासी राजस्थानी हैं, ताज्जुब हुआ कि बेंगलुरु में 20 लाख लोग हैं, चेन्नई और हैदराबाद, गुजरात के इन शहरों में भी लगभग इतने ही प्रवासी लोग हैं, पुणे में भी इतने ही हैं, पुणे में तो लगभग 10 हजार प्रोविजन स्टोर मारवाडिय़ों के हैं।