राजस्थान: अंतरराज्यीय सीमाएं सील नहीं आवागमन होगा नियंत्रित, अशोक गहलोत सरकार ने बदला फैसला

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जयपुर। राजस्थान सरकार ने पड़ौसी राज्यों (अंतरराज्यीय सीमाएं) से लगती सीमाओं को सील करने के फैसले में संशोधन करते हुए आवागमन पर नियंत्रण करने का फैसला लिया है। दरअसल, पिछले दो दिन में संक्रमितों एवं मौतों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी के बाद सरकार ने बुधवार सुबह अन्य राज्यों से लगती हुई राजस्थान की सीमा को सील करने के आदेश जारी किए थे। हालांकि करीब एक घंटे बाद ही एक संशोधित आदेश जारी किया गया, जिसमें सीमा सील करने के बजाय आवागमन को नियंत्रित करने की बात कही गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्च अधिकारियों की बैठक लेकर अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को नियंत्रित करने के निर्देश दिए। गहलोत ने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकना सरकार की प्राथमिकता है।

कोरोना वायरस का संकट राजस्थान में बढ़ता जा रहा है। राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना के आंकड़े को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। सभी टोल नाकों पर अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया जा रहा है। अनलॉक-1 की शुरुआत के बाद राज्य में बाहर से आने वाले लोगों को छूट दी गई थी। इस दौरान राज्यों की सीमाओं पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी और आवाजाही को पूरी तरह नियंत्रित तरीके से रखा जाएगा।

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राजस्थान में मंगलवार को कोरोना के 369 नए केस सामने आए। इनमें जयपुर में 100, जोधपुर में 65, भरतपुर में 51, पाली में 39, अलवर में 19, झुंझुनू में 12, नागौर और अजमेर में 9-9, चूरू में 7, कोटा में 7, सीकर में 8, बाड़मेर में 5, करौली और दौसा में 4-4, धौलपुर और बीकानेर में 3-3,जैसलमेर, भीलवाड़ा, जालौर और झालावाड़ में 2-2, सिरोही, बूंदी, बारां, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, गंगानगर, सवाई माधोपुर में 11 संक्रमित मिला।

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राज्य में अब तक कुल 5 लाख 30 हजार से ज्यादा सैंपल जांचे गए हैं। इनमें अब तक कुल 11245 पॉजिटव मिले हैं। वहीं, 8328 लोग रिकवर हो चुके। जिसमें से 7981 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब राज्य में कुल 2662 एक्टिव केस ही बचे हैं।

गौरतलब है कि अनलॉक के बाद से राजस्थान में कोरोना पॉजिटिव केस में तेजी से इजाफा हुआ है। राजस्थान के कई जिलों में तेजी से कोरोना फैला है। इस कारण ग्रीन जिलों भी अब हॉट स्पॉट या रेड जोन की श्रेणी में आ गए हैं।