राजस्थान के गुलाबचंद कटारिया ने असम के 31वें राज्यपाल के रूप में ली शपथ

विशेष संवाददाता, गुवाहाटी
गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव कला क्षेत्र में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में असम के 31वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संदीप मेहता ने उन्हें नए राज्यपाल को पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि असम जैसे खूबसूरत राज्य के राज्यपाल के रूप में शपथ लेना एक सम्मान की बात है, जहां सबसे बड़े वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव हुए, जो असम की सामाजिक-सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वैभव के लिए पहचाने जाते हैं। आगे उन्होंने कहा कि मैंने भारतीय संविधान के आदर्शों की सेवा करने और असम के लोगों के हितों की सेवा करने के साथ-साथ उन्हें बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित करने की शपथ ली है। निश्चित रूप से मैं पूरी ईमानदारी के साथ संविधान के अनुसार अपने दायित्वों का निर्वहन करूंगा। मुझे उम्मीद है कि राज्य के चहुंमुखी विकास में सहायता के लिए राज्य के लोग राज्यपाल के कार्यालय को अपना अधिकतम समर्थन देंगे। राज्यपाल कटारिया ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने असम के लोगों की सेवा करने के लिए मुझे इस मुख्य पद के लिए चुना है। ज्ञात हो कि गुलाब चंद कटारिया राजस्थान के उदयपुर के रहने वाले हैं। वे राजस्थान के पूर्व गृह मंत्री और राज्यपाल के रूप में नियुक्ति से पहले राजस्थान विधान सभा में विपक्ष के नेता थे।

gulabchand kataria

राजस्थान सरकार में गृह मंत्री रहे हैं
गुलाब चंद कटारिया 31 मई 2004 से लेकर 8 दिसंबर 2008 तक और फिर 2015 से 2018 तक राजस्थान सरकार में गृह मंत्री रहे हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कार्य समिति के सदस्य भी रहे। उन्होंने उदयपुर की जनता का 9वीं लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया है।

राजस्थान में कई मंत्रालयों के मंत्री रहे
कटारिया ने 1993 से 1998 तक राजस्थान के शिक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उन्होंने 8 दिसंबर 2003 से 30 मई 2004 तक लोक निर्माण विभाग के मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी निभाई। वहीं 2013 से 2015 तक पंचायती राज और ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन और राहत विभाग मंत्री के पद पर कार्य किया।

कानून की शिक्षा ग्रहण की
गुलाब चंद कटारिया का जन्म 13 अक्टूबर 1944 को स्वर्गीय हुकमी चंद कटारिया और स्वर्गीय लहरी बाई के घर हुआ था। उन्होंने मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय, उदयपुर से भूगोल में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। साथ ही कानून की शिक्षा ग्रहण की। उनका विवाह अनीता कटारिया से हुआ।

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने बधाई दी
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने कटारिया को असम के सर्वोच्च संवैधानिक पद संभालने पर बधाई दी और कामना की कि उनके नेतृत्व में राज्य सरकार सभी वर्गों के विकास की गति को तेज करेगी। असम की प्रथम महिला अनीता कटारिया, असम विधान सभा के अध्यक्ष बिश्वजीत दैमारी, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले समेत कई मंत्री वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी समारोह में उपस्थित रहे।

देवी कामाख्या से प्रार्थना की।
राज्य के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालने से पहले कटारिया ने कामाख्या मंदिर का दौरा किया और राज्य के सभी वर्गों के लोगों के कल्याण के लिए देवी कामाख्या से प्रार्थना की।

रात्रि भोज का आयोजन
शपथ समारोह के बाद कटारिया के सम्मान में सरकार द्वारा रात्रि भोज का आयोजन किया गया। असम के मुख्यमंत्री सहित बड़ी संख्या में विशिष्टजन इस भोज में शामिल हुए। दैनिक जलतेदीप व माणक राजस्थानी मासिक पत्रिका के प्रबंध संपादक दीपक मेहता भी भोज में शामिल हुए।

डॉ. सतीश पूनियां और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ हुये शामिल हुए 
असम के नवनियुक्त राज्यपाल माननीय गुलाबचंद कटारिया के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ हुये शामिल, शुभकामनाएं दी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां की गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से शिष्टाचार मुलाकात, प्रवासी राजस्थानियों को किया संबोधित