डिस्कवरी प्लस की नवीनतम ओरिजिनल ‘मिशन फ्रंटलाइन’ में

राणा दग्गुबाती के साथ देखिए भारत-पाक सीमा की हलचल

रिपब्लिक डे स्पेशल मिशन फ्रंटलाइन, शुरू हो रहा है 21 जनवरी से डिस्कवरी प्लस पर

पिछले साल दिसंबर में डिस्कवरी प्लस की ओर से एक्सक्लूसिव भारतीय ओरिजिनल्स के क्षेत्र में कदम रखने की घोषणा की गई थी। अब जबकि हमारा देश 72वां रिपब्लिक डे मनाने की तैयारी कर रहा है, तो ऐसे में भारत का पहला संपूर्ण रियल लाइफ एंटरटेनमेंट एवं लर्निंग ऐप डिस्कवरी प्लस, 21 जनवरी 2021 को बहुप्रतीक्षित शो ‘मिशन फ्रंटलाइन’ लॉन्च करने जा रहा है। अनेक अवॉर्ड्स जीतने वाले एक्टर एवं प्रोड्यूसर राणा दग्गुबाती ‘मिशन फ्रंटलाइन’ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों की जिंदगी की झलक दिखाएंगे, जो हमारे देश को सुरक्षित रखने के लिए सीमा पर डटे रहकर लड़ने वाले हमारे फ्रंटलाइन हीरोज़ हैं।

इस स्पेशल एपिसोड में राणा दग्गुबाती बीएसएफ जवानों के संघर्षपूर्ण जीवन का करीब से अनुभव करेंगे और जैसलमेर स्थित मुरार पोस्ट पर सरहद के इन रक्षकों के साथ रहेंगे। जैसलमेर बेस कैंप का बहुत समृद्ध इतिहास है, क्योंकि यह सामरिक परंपराओं का गढ़ रहा है, जहां कई युद्ध हो चुके हैं। सरहद पर तैनात रहकर हर दिन जोखिम उठाने वाले इन जवानों की करीबी झलक दिखाने वाली यह विशेष डॉक्युमेंट्री हम सभी में इन हीरोज़ के प्रति सम्मान का गहरा भाव जगा देगी।

इस शो में राणा अभूतपूर्व अवतार में नजर आएंगे, जिसमें वो एक जवान की तरह मुश्किल से मुश्किल काम करेंगे। इस अभियान में सलामी देना सीखना, हथियार और बैकपैक के साथ रनिंग ड्रिल करना, फायरमैन्स लिफ्ट और हर्डल जंप जैसे शारीरिक प्रशिक्षण शामिल हैं। इस प्रशिक्षण और तैयारियों को आगे ले जाते हुए राणा दग्गुबाती को हथियार चलाने और जिंदा कारतूस फायर करने, ऊंट पर सवार होकर गश्त लगाने, घुसपैठियों को ढूंढकर उन्हें निरस्त करने के कृत्रिम मिशन में हिस्सा लेने और सैंड स्कूटर्स से घूमने समेत कई बेहद कठिन कार्यों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

अपना अनुभव बताते हुए राणा दग्गुबाती ने कहा, “भारत के सीमा सुरक्षा बल या देश के पहले लाइन ऑफ डिफेंस के लिए ना तो कोई अवकाश होता है, ना ब्रेक और ना ही कोई रियायत। यदि सरहद पर ये शूरवीर हमेशा चौकन्ना ना रहें, तो हमारे देश के सामने एक बड़ा जोखिम आ जाएगा। मैं इस बात का आभार महसूस करता हूं कि मुझे उनसे मिलने, उनके साथ रहने और उनके साथ प्रशिक्षण लेने का अवसर मिला। एक आम नागरिक और एक देशवासी के रूप में मुझे इस अनुभव ने सिखाया कि दिन रात सरहद पर डटे रहकर पहरा देने में किस तरह की कवायद करनी पड़ती है। ये जवान हमारी जीवन रेखा हैं, हमारे शासन की गारंटी हैं और हमारे असली हीरो हैं।” राणा आगे बताते हैं, “जैसलमेर में मैंने जो अनुभव किया, उसके अनुसार मिशन फ्रंटलाइन इन जवानों के हौसले और जज्बे को सलाम करता है, और हमारे रक्षा बलों के प्रति प्रेरणा और आभार का भाव भी जगाता है, जिनकी सेवाओं का महत्व हम अक्सर नहीं जान पाते हैं।”

आइसैक जॉन, डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर हेड, एशिया-पेसिफिक क्षेत्र, डिस्कवरी, बताते हैं, “डिस्कवरी प्लस अपनी हर कहानी में अपने उत्साही दर्शकों को नई जानकारी और एक अनोखा नजरिया दिखाने के लिए प्रतिबद्ध है। मिशन फ्रंटलाइन, हमारे दर्शकों को सीमा पर तैनात जवानों की जिंदगी की एक अप्रत्याशित झलक दिखाएगा। भारत-पाक सीमा पर विशेष पहुंच बनाते हुए डिस्कवरी प्लस अपने दर्शकों को इन जवानों की जिंदगियों और उनके कड़े प्रशिक्षण के बारे में ज्यादा जानने का मौका दे रहा है। हमें खुशी है कि राणा दग्गुबाती इस शो का हिस्सा बने हैं, जो देश की सरहद के रखवालों की कहानी देश की अवाम तक पहुंचा रहे हैं।”