अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के पहले रिपब्लिकन और डेमोक्रेट पार्टियां भारतीय मूल के अमेरिकी वोटरों को लुभाने की कोशिश में लगी

वॉशिंगटन। अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के पहले रिपब्लिकन और डेमोक्रेट पार्टियां भारतीय मूल के अमेरिकी वोटरों को लुभाने की कोशिश में कोई कमी बाकी नहीं रखना चाहतीं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दावा करते हैं कि वे भारतीयों के सबसे अच्छे दोस्त साबित हुए हैं। दूसरी तरफ, जो बाइडेन ने कहा है कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं तो भारवंशियों की दिक्कतों को हल करने की पूरी कोशिश करेंगे। बाइडेन ही राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प को चुनौती दे रहे हैं।

भारतीयों की तारीफ

बाइडेन ने मंगलवार को कहा- अमेरिका के आर्थिक विकास को रफ्तार और दिशा देने में भारतीय मूल के लोगों का अहम योगदान है। उन्होंने सांस्कृतिक तौर पर भी देश में विविधता और विकास को बखूबी अंजाम दिया। हम हर रूप में भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों की सराहना करते हैं। बाइडेन ने चंदा जुटाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में वर्चुअली हिस्सा लिया और इसी दौरान भारतीयों की तारीफ की।

चिंताएं दूर करेंगे

ट्रम्प के शासनकाल में एच-1बी वीजा को लेकर कई तरह की परेशानियां सामने आईं। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के कुछ फैसलों के खिलाफ भारतीयों को कोर्ट तक जाना पड़ा। बाइडेन इस मुद्दे को भुनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा- हम जानते हैं कि एच-1बी वीजा को लेकर भारतीय मूल के लोगों की क्या दिक्कतें और फिक्र है। हम इसे हल करने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा लीगल इमीग्रेशन का मुद्दा भी है। इस पर भी ध्यान दिया जाएगा। सिलिकॉन वैली से लेकर बड़ी कंपनियों तक भारतीय समुदाय के लोगों ने अपनी मेहनत और लगन से कामयाबी हासिल की है।

ट्रम्प पर तंज

राष्ट्रपति ट्रम्प के शासनकाल को बाइडेन ने खराब बताया। कहा- ट्रम्प ने एच-1बी मुद्दे पर गलत कदम उठाए और इसका नुकसान सभी को उठाना पड़ा। इस दौर में नस्लवादी मामले सामने आए। क्लाइमेट चेंज का मसला बहुत बड़ा हो चुका है। उन्होंने चीजों को बद से बदतर बना दिया। अब पैरेंट्स सोचने लगे हैं कि हम किस तरह का भविष्य बच्चों को देने जा रहे हैं। अगर मैं राष्ट्रपति बनता हूं तो महामारी से सही तरीके निपटूंगा। इसके साथ ही अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के उपाय किए जाएंगे।