
नई दिल्ली । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह साउथ ब्लॉक में बैठक कर लद्दाख सीमा पर स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ और सैन्य मामलों के सचिव जनरल बिपिन रावत,थल सेनाध्यक्ष जनरल एम. एम. नरवणे,नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह और वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने भाग लिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त किया
बैठक के बाद एक ट्वीट में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा संघर्ष में जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त किया और कहा कि गलवान घाटी में हमारे जवानों की शहादत काफी परेशान करने वाला और दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों ने सीमा पर तैनाती के दौरान अपने कर्तव्य पालन में अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं को कायम रखते हुए देश की सीमा की सुरक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, गलवान घाटी में हमारे जवानों की शहादत काफी परेशान करने वाला और दर्दनाक है
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मैं अपने शहीद जवानों के परिवारों के साथ हूं। राष्ट्र इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि हमें भारत के रणबांकुरों की वीरताऔर साहस पर गर्व है।
बहादुर सैनिकों को खोने के दर्द को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता: अमित शाह
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सेना के वीरों को श्रधांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। अमित शाह ने कहा, अपने बहादुर सैनिकों को खोने के दर्द को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।
शहीद सैनिकों की वीरता मातृभूमि के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अमित शाह ने कहा “मैं उन परिवारों को नमन करता हूँ जिन्होंने ऐसे महान वीरों से भारतीय सेना को समृद्ध किया। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा- दुःख की इस घड़ी में पूरा राष्ट्र और मोदी सरकार पूरी दृढ़ता से उनके परिवारों के साथ खड़ी है। घायलों के शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना।