सचिन पायपट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, शहीद स्मारक पर किया अनशन: VIDEO

शहीद स्मारक पर किया एक दिन का अनशन

गहलोत सरकार से उठाई भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही की मांग

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व चीफ और राजस्थान की कांग्रेस सरकार में पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट काफी लंबे समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निशाने पर हैं। गहलोत उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन अब सचिन पायलट खुलकर सामने आ गए हैं और अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

पायलट ने गहलोत सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कई लंबित मुद्दे पूरे करने और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन किया। शहीद स्मारक पर सचिन पायलट के अनशन में समर्थकों की भारी भीड़ जुटी और समर्थक सचिन पायलट के समर्थन में लगातार नारेबजी करते नजर आए जिसमें वह ‘तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं’ जैसे नारे लगा रहे थे। पायलट ने कहा- हमने बीजेपी के करप्शन को हर राज्य में उजागर किया है। ऐसे में उम्मीद है, कि दीमक की तरह खोखला करने वाले करप्शन को हम खत्म करेंगे। पायलट ने कहा – कांग्रेस पार्टी में मुझे 22 साल से जो दायित्व मिला, वह मैंने पूरा किया है। मेरा मुद्दा पब्लिक में है, नया नहीं है। मैंने सीएम को दो बार पत्र लिखा, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। सचिन पायलट का अनशन सुबह 11 से शाम 4 बजे तक करीब 5 घंटे जयपुर के शहीद स्मारक पर चला।

आखिर में अलग-अलग धर्मों के प्रतिनिधियों ने पायलट का अनशन तुड़वाया। इससे पहले उन्हें उपरना, दुपट्टा और माला भी पहनाए गए। अनशन में साथ देने के लिए पायलट ने सभी समर्थकों का आभार जताया है। अनशन के बाद सचिन पायलट बोले-सीएम को दो बार मेरे पत्र लिखने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। विपक्ष में रहते हुए हमने पिछली वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ आंदोलन किया था। 4 साल में कार्रवाई की उम्मीद थी, लेकिन नहीं हुई। लेकिन अब मैं उम्मीद करता हूं, कार्रवाई होगी । बता दें पायलट की नाराजगी वसुंधरा राजे की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरुद्ध थी। इसके लिए उन्होंने मौन व्रत रखने का संकल्प लिया था।