सतगुरु नानक प्रगट्या, मिट्टी धुंध जग चानण होया…

हनुमानगढ़। सिख पंथ के प्रथम गुरू श्रीगुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर शुक्रवार को जिलेभर में गुरुघरों में संगत की रौनक रही। जयंती उपलक्ष्य में चल रहे अखंड पाठों के भोग डाले गए। कोरोनाकाल के दो साल बाद यह पहला अवसर था जब गुरुघर में दीवान सजाए गए और वाहेगुरु-वाहेगुरु के उदघोष से गुरुघर गुंजाएमान रहे।

संगत ने गुरुद्वारों में हाजिरी लगाकर खुशहाली की कामना के साथ अरदास की। इसके तहत श्री गुरुद्वारासिंह सभा जंक्शन व टाउन में गुरुनानक जयंती हर्षोल्लास के साथ श्रद्धापूर्वक मनाई गई। श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारों की साफ-सफाई और आकर्षक सजावट की। रागी ढाडी जत्थों ने शब्द कीर्तन से गुरु महिमा का बखान किया।

ऊँचा दर बाबे नानक दा, ऊँचा दर बाबे नानक दा, मैं शोभा सुण के आया, ऊँचा दर बाबे नानक दा…. के भजन पर संगत सतनाम, सतनाम सतनाम जी, वाहेगुरु, वाहेगुरु वाहेगुरु जी का सुमिरन करती रही। अखंड पाठों के भोग के बाद दीवान सजाए गए जिसमें बाहर से रागी ढाडी जत्थे, नामधारी कविश्री जत्था भाई दिलबाग सिंह वलटोहा, भाई गुरसेवक सिंह, भाई मुखत्यार सिंह, हजुरी जत्था भाई दलीप सिंह, भाई बुरमेल सिंह जत्थे द्वारा गुरु की महिमा का बखान किया।

इससे पहले सुबह से ही संगत का गुरूद्वारा साहिब में पहुंचना शुरू हो गया था। गुरूद्वारा प्रबंधक समिति प्रधान इंद्रसिंह मक्कासर ने सेवाकार्य में सहयोग के लिए संगत का आभार जताया। इस मौके पर मोहन सिंह पटवारी, जंगीर सिंह, करनैल सिंह, मैनेजर राजेंद्र सिंह, टाउन गुरुद्वारा में जगजीत सिंह कपूर टोनी, हरभजनसिंह, दर्शन सिंह गिल, प्रीतम सिंह, प्यारा सिंह सहित संगत ने सेवाकार्य किया।

नगरकीर्तन और गुरुघर में सेवाकार्य करने वाले सेवादारों को सरोपा देकर सम्मानित किया गया। इसी तरह टाउन की इंदिरा कॉलोनी, नई आबादी गली नंबर पांच स्थित गुरुद्वारा, गांधीनगर गुरुद्वारा व सेक्टर 12 स्थित गुरुद्वारों में भी गुरुनानक जयंती मनाई गई।

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