झुंझुनूं जिले में कक्षा 9 से 12 तक स्कूलें खुलीं, पहले दिन कलक्टर सर ने क्लास ली

मास्क पहनना सिखाया और बच्चों को किया प्रेरित

जिलेभर की स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक शिक्षण कार्य बुधवार को शुरु हो गया। 17 महीने के बाद स्कूल खुलने से विद्यार्थियो में काफी उत्साह देखने को मिला। वहीं विद्यालय खुलने के पहले दिन जिला कलक्टर उमरदीन खान भी इस मौके पर जिले की विभिन्न स्कूलों में पहुंचे और कोरोना गाईडलाईन की पालना का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान विद्यार्थियो मास्क सही ढंग से पहनने के बारे में बताया, गाईडलाईन की पालना करने की अपील की।

जिला कलक्टर यूडी खान पहले झुंझुनूं शहर के जे.के. मोदी स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने मास्क बालिकाओं के नाक से नीचे होने पर उन्हें मास्क पहनने का सही तरीका बताते हुए कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर बरतने की अपील की। उन्होंने यहां कक्षा 11 की विद्यार्थी सादिया, मुस्कान, सादिका से पूछा कि वे बड़ी होकर क्या बनना चाहेंगी, जिस पर उन्होंने आईएएस, इंजीनियर और टीचर बनने की इच्छा जाहिर की। जिला कलक्टर ने इसके बाद इन्हें आईएएस, इंजीनियर और टीचर बनने की विभिन्न परीक्षाओं, उनके संस्थानों के बारे में मार्गदर्शन देते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी। इसके बाद कक्षा 10 में जिला कलक्टर ने विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित किया।

इसके बाद जिला कलक्टर रिजाणी गांव स्थित महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे। यहां दरवाजे पर रखा सैनेटाईजर स्टैंड खराब होने पर उन्होंने नाखुशी जाहिर करते हुए उसे ठीक करवाने और विद्यालय परिसर में साफ-सफाई के निर्देश दिए। यहां कक्षा 10 की बालिकाओं से संवाद किया, जहां छात्रा सविता ने आर्मी ऑफिसर बनने की इच्छा जाहिर की, वहीं दिव्या की लंबाई की तारीफ करते हुए आगे बढऩे को प्रेरित किया। उन्होंने बांधने वाले मास्क वितरित करने के निर्देश भी स्कूल प्रशासन को दिए। वहीं स्कूल प्रधानाचार्य को अंग्रेजी में ही बातचीत करने के निर्देश देते हुए साफ-सफाई एवं गाईडलाईन की पालना करवाने के निर्देश दिए।

इसके बाद जिला कलक्टर चुड़ैला स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कक्षा 12 के विद्यार्थियों से अंग्रेजी की किताब पढ़वाई। बच्चों से पूछे गए सवालों के जवाब नहीं देने पर जिला कलक्टर ने व्याख्याताओं को विद्यार्थियों पर अधिक ध्यान देने के निर्देश दिए।

यहां कक्षा 11 की छात्रा कोमल से उन्होंने हिंदी विषय के कालांश के दौरान प्रेमचंद की लिखी गई ‘ईदगाह कहानी का मूल संदेश पूछा, जिसका सही उत्तर बताने पर जिला कलक्टर ने छात्रा कोमल की पीठ थपथपा कर शाबासी दी और विद्यार्थियों को बताया कि कहानी के मूल संदेश के अनूरूप उन्हें अभावों में भी देने का भाव रखते हुए अपने परिवार और देश के प्रति जिम्मेदारी का भाव रखना चाहिए।

इसेक बाद जिला कलक्टर ने छात्रा शाहरुख और छात्रा सपना से भी संवाद करते हुए सभी विद्यार्थियों को आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। वहीं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिरमी में कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों से संवाद करते हुए छात्रा अलीशा से पूछा कि मास्क क्यों पहनना चाहिए?

जिस पर सही जवाब देने पर उन्होंने शाबासी देते हुए सभी विद्यार्थियों से मास्क सही तरीके से लगाने और कोरोना गाईडलाईन की पालना करने की अपील की। उन्होंने कुछ बच्चों के मास्क की जगह रुमाल लगाए होने पर समझाईश करते हुए कहा कि रुमाल मास्क नहीं है। उन्होंने विद्यालय स्टाफ से हाथोंहाथ मास्क मंगवाकर बच्चों को वितरित करवाए।

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