डूंगरपुर के बहुचर्चित प्रकाश सेवक हत्याकांड का दूसरा आरोपी भी गिरफ्तार

डूंगरपुर। शहर के बहुचर्चित प्रकाश सेवक हत्याकांड में पुलिस ने दूसरे आरोपी राशिद कुरैशी (24) को गिरफ्तार किया। आरोपी को बांसवाड़ा के दोवड़ा से गिरफ्तार किया गया। जो उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को राशिद और साथी मोबिन अहमद ने प्रकाशचंद्र सेवक की बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी थी। जिसमें मोबिन पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।

जानकारी अनुसार, वारदात के बाद राशिद पूणे भाग गया था। कुछ दिन वहीं रहने के बाद उत्तरप्रदेश में अपने गांव चला गया था। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की आरोपी काम की तलाश में बांसवाड़ा आया हुआ है। जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए राशिद को गिरफ्तार किया गया। अब आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।

क्या है मामला

दोनों आरोपी राशिद और मोसिन पीवीसी फिटिंग का कार्य करते थे। मोबिन अहमद और राशिद कुरैशी ने मृतक प्रकाश सेवक से पीवीसी फिटिंग का लगभग एक लाख रुपए का सामान लिया था। आरोपियों को पता था कि प्रकाश का अच्छा व्यवसाय है। हर रोज नकद राशि घर पर ले जाता है।

इसलिए लूटपाट की नीयत व उधार राशि को चुकाना नहीं पड़े, इसलिए हत्या का षडयंत्र रचा। इसके बाद प्रकाश को झांसे में लिया कि सामान खरीदने के लिए नई पार्टी से संपर्क कराना है, लोकेशन देखनी है। इस बात के जरिए प्रकाश को विश्वास में लिया। इसके बाद सुनसान जगह पर अंधेरे का फायदा उठा कर धारदार हथियार से वार किया। इससे उसकी मौके पर मौत हो गई।

कैसे हुआ खुलासा

इस केस के अनुसंधान के लिए पुलिस ने करीब 50 बार सीसीटीवी फुटेज देखे। बीटीएस व कॉल डिटेल को खंगाला गया। हर रोड को तीन से चार बार देखा गया। पुलिस कर्मियों के लिए यह केस ब्लाइंड मर्डर था।

दरअसल, इस केस की जांच में पुलिस के सामने जो संदिग्ध आ रहे थे, पुलिस उनको पूछताछ करने के लिए बुला रही थी। एक टावर की लोकेशन में इसका नंबर आ गया। इस पर पुलिस ने उनको पूछताछ करने के लिए बुलाया।

संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखी। इस दौरान संदिग्ध मोबिन अहमद व राशिद कुरैशी से पूछताछ करने पर जवाब में विरोधाभास बातें सामने आई। दोनों आरोपी पीवीसी फिटिंग का कार्य करते है। इसके बाद जानकारी जुटाने पर सामने आया कि संदिग्ध राशिद कुरैशी कुछ दिनों से फरार चल रहा है। मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर मोबिन अहमद ने राशिद के साथ मिल कर प्रकाश की हत्या करना स्वीकारा है।