नहीं थम रहा शॉर्ट रन विवाद, पंजाब के को-ओनर नेस वाडिया ने बीसीसीआई पर टेक्नोलॉजी को लेकर सवाल उठाए

वाडिया ने कहा ऐसी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करने का क्या फायदा जो मैच को निष्पक्ष न बना सके

दुबई। रविवार को दुबई में खेले गए मैच मे दिल्ली कैपिटल्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को सुपर ओवर में हरा दिया था। मैच के 19 वें ओवर में मयंक अग्रवाल के एक रन को अंपायर नितिन मेनन ने शॉर्ट रन करार दिया था, जिसको लेकर विवाद भी हुआ। इस बीच किंग्स इलेवन पंजाब के को-ओनर नेस वाडिया ने बीसीसीआई से बेहतर अंपायरिंग सुनिश्चित करने की बात कही है। वाडिया ने कहा मैं बीसीसीआई से प्रार्थना करना चाहता हूं कि बीसीसीआई बेहतर अंपायरिंग के लिए टेक्नॉलॉजी बढ़ाए, जिससे कि दुनिया के सबसे बड़े गेम में पारदर्शिता को बढ़ाई जा सके

फ्रैंचाइजी को लगता है कि शॉर्ट रन महंगा पड़ा

वाडिया ने कहा मुझे लगता है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, कि पंजाब एक खराब निर्णय की वजह से मैच हार गया, मैं आशा करता हूं कि बीसीसीआई अच्छे सिस्टम को लागू करेगा जिससे कि दूसरी टीमों को पंजाब की तरह खराब निर्णय का सामना न करना पड़े। वाडिया ने बीसीसीआई पर सावल उठाते हुए कहा कि अगर टेक्नॉलॉजी उतनी अच्छी नहीं है, जिससे सभी टीमों का फायदा हो सके तो टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल ही क्यों किया जा रहा है?

दूसरी लीग का दिया उदाहरण

पंजाब के को-ओनर ने उदाहरण देते हुए कहा -यह बहुत ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज इतनी शानदार टेक्नॉलॉजी के दौर में हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। हम उस तरह की पारदर्शिता सुनिश्चित नहीं कर पा रह हैं जिस तरह की पारदर्शिता इपीए और एनबीए जैसी लीगों में होती है। वीएआर टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल पूरी दुनिया में किया जा रहा है लेकिन हम नहीं कर रहे हैं।

दूसरे निर्णयों पर भी सवाल

वाडिया के मुताबिक पहले के कुछ ओवरों में अंपायर ने लेग बाई को वाइड दिया, एक बॉल को लेग बाई से चार रन दिया गया लेकिन वह वाइड बॉल थी। दूसरा गलत निर्णय मैच के लास्ट ओवर में आया जहां पर अंपायर ने रन नहीं दिया जबकि वह रन था।