दशहरे पर श्वेता बनेंगी दिगंबर साध्वी, जैन समाज ने निकाला वरघोड़ा

राजसमन्द। पारसोला की बेटी बाल ब्रह्मचारी श्वेता जैन आर्यिका दीक्षा को ग्रहण करने जा रही है। उनकी दीक्षा बांसवाड़ा के अश्वेश्वर पार्श्वनाथ अतिशय क्षेत्र में आचार्य सुनील सागर से 15 अक्टूबर (दशहरे) के दिन संपन्न होगी। उनको घर, गांव में लाकर मांगलिक कार्यक्रम समाज के सानिध्य में किए गए।

कार्यक्रमों में क्रमश: हल्दी, मेहंदी एवं भक्ति संध्या का आयोजन किया गया। प्रात: काल में दीक्षार्थी श्वेता के साथ अन्य दीक्षार्थी हिना (सूरत), भाविक (बांसवाड़ा), मोना (महाराष्ट्र) का वरघोड़ा निकाल कर संमति भवन में गोद भराई के कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम में स्थानीय समाज के प्रबुद्ध जनों के साथ मूंगाणा, घाटोल, धरियावद आदि गांवों के श्रावकों का अनुमोदन किया।

आचार्य सुनील सागर महाराज के 25वें संयम महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में लगभग 19 दीक्षा दशहरे के दिन सपन्न होगी। जिसमें पारसोला की दीक्षार्थी भी शामिल रहेंगी। दीक्षार्थी श्वेता का जन्म 25 सितंबर 1989 को पारसोला गांव में हुआ था।

दीक्षार्थी के पिता का नाम शिशुपाल डागरिया, माता का नाम हेमलता डागरिया, शिक्षा एमए संस्कृत, धार्मिक शिक्षा में कातत्रमाला, सर्वार्थ सिद्धि, तत्वार्थ वर्ति, समयसार, हरिवंश पुराण, वैराग्य गुरु दर्शन, सप्तम प्रतिमा आचार्य श्री सुनील सागर महाराज हो चुकी है। दीक्षार्थी के एक भाई अंकित डागरिया, 2 बहनें रेशमा, रीना, दीक्षार्थी की रुचि लेखन, गायन, गीत-रचना, कहानी सुनना, गीत सुनाना, यात्रा में रही है।

यह भी पढ़े-योगासन खेल संघ की प्रथम जिला स्तरीय प्रतियोगिता में 116 खिलाडियों ने लिया भाग