जयपुर
स्मार्ट डस्टबिन अब खुद बतायेगा कि उसमें कितना कचरा भर चुका है। जैसे-जैसे कचरे का लेवल बढ़ता जायेगा डस्टबिन के फ्रंट पर लगी स्क्रीन पर लाइट की संख्या बढ़ती जायेगी। यह लगभग वैसा ही होगा जैसा वाहन में ईंधन का पैमाना दर्शाने के लिए एरो लगे होते है। जैसे ही डस्टबिन में 90 प्रतिशत कचरा भरेगा सम्बन्धित के मोबाइल पर मैसेज आयेगा। प्रशासक विजयपाल सिंह ने बुधवार को निगम मुख्यालय में लगाये गये स्मार्ट डस्टबिन का निरीक्षण किया। पोल पर लगे सौलर पैनल से कैमरा और पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम भी चलेगें- डस्टबिन के लिए जो कम्पार्टमेंट बनाया गया है उसमें दो डस्टबिन रखने की जगह है। इसी के साथ लगे पोल पर सौलर पैनल, कैमरा और पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम लगा हुआ है। कैमरे के माध्यम से आस-पास के क्षेत्र में निगरानी रखी जा सकती है। इससे डस्टबिन के आस-पास गंदगी होने पर उसे साफ कराने में और गंदगी फैलाने वालो पर कार्रवाही करने में मदद मिलेगी। पोल पर लगे पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम पर मोबाइल के माध्यम से कहीं से भी निर्देश दिये जा सकते है। डस्टबिन के कम्पार्टमेंट में दो यूएसबी लगाने के स्लॉट है। जो मोबाइल चार्जिंग के लिए लगाये गये है। इसके साथ ही डस्टबिन से माइक भी लगा है जिसके माध्यम से डस्टबिन के पास खडा व्यक्ति डस्टबिन से जुडे मोबाइल संचालक को जवाब भी दे सकता है। डस्टबिन में इमरजेंसी कॉलिंग की सुविधा भी है। कंट्रोल रूम स्थापित कर सभी डस्टबिनों की प्रक्रिया को कंट्रोल किया जा सकता है। गौरतलब है कि आर.ए. पौद्दार मैनेजमेंट संस्थान के पूर्व छात्र शुभम पारीक द्वारा स्टार्टअप के रूप में इस तरह के डस्टबिन बनाने का कार्य शुरू किया गया है। विधाधर नगर क्षेत्र मे अब तक 100 से अधिक स्मार्ट डस्टबिन इंस्टॉल किये जा चुके है। इन डस्टबिनों से कचरा एकत्रण एवं कचरे को निकटतम ट्रंसफर स्टेशन तक ले जाने का कार्य भी सम्बन्धित कम्पनी द्वारा ही किया जायेगा।