कोरोना में खेलों की शुरूआत के बाद भी नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

इंग्लैंड में प्रोजेक्ट री-स्टार्ट के तहत प्रीमियर लीग 17 जून से होंगे शुरू

लंदन। तीन महीने के बाद खेल की वापसी हो चुकी है। रग्बी, बेसबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट, मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के साथ-साथ फॉर्मूला-1 के इवेंट शुरू हो गए हैं। लेकिन इस दौरान नियम टूट रहे हैं। खिलाड़ी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।

इंग्लैंड में प्रोजेक्ट री-स्टार्ट के तहत प्रीमियर लीग 17 जून से शुरू हुई। लेकिन वाटर ब्रेक और गोल सेलिब्रेशन के दौरान खिलाड़ी नियम का पालन करते नहीं दिख रहे हैं। अब प्रीमियर लीग के सभी 20 क्लबों को ब्रिटिश सरकार ने चेतावनी दी है कि खिलाड़ी, कोच वाटर ब्रेक और गोल का जश्न मनाते समय नियम फॉलो नहीं कर रहे हैं।

कोच भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे

कोच भी ब्रेक के दौरान खिलाडिय़ों के नजदीक आकर उन्हें समझा रहे हैं। उन्हें अपनी ये आदतें सुधारनी चाहिए। वे फैंस के सामने गलत उदाहरण पेश कर रहे हैं। अगर ब्रेक के दौरान कोच को खिलाड़ी से बात करनी है तो अलग तरीके से प्रयास करें।

हंगरी ग्रांप्री में 13 लाख का जुर्माना

हंगरी ग्रांप्री फॉर्मूला-1 रेस रविवार को होनी है। वहां की सरकार ने फॉर्मूला वन ड्राइवर और टीमों को आदेश दिया है कि वे सोशल डिस्टेंसिंग नियम का कड़ाई से पालन करें। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो जेल की सजा तक हो सकती है। साथ ही 13 लाख रुपए का जुर्माना भी हो सकता है।

इंग्लैंड-विंडीज पहले टेस्ट में खिलाड़ी साथ खड़े नजर आए, पीठ भी थपथपाई

इंग्लैंड-विंडीज पहले टेस्ट मैच में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ। विंडीज टीम के कप्तान जैसन होल्डर ने जब भी डीआरएस का इस्तेमाल किया, टीम के खिलाड़ी एक साथ खड़े नजर आए, हाई फाइव करते रहे और एक-दूसरे की पीठ थपथपाते रहे। जबकि आईसीसी ने गाइडलाइन में कहा था कि खिलाड़ी और अंपायर हर समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।