किसानों के समर्थन में सामाजिक संगठनों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर किया विरोध प्रदर्शन

केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 19वां दिन है। दिल्ली की सीमाओं पर किसान एक दिन के उपवास पर बैठे हैं। इधर, जयपुर में भी सोमवार को किसानों के समर्थन में सामाजिक संगठनों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसमें कृषि कानून को किसान, मजदूर और व्यापारी विरोधी बताते हुए वापस लेने की मांग की गई। इसके अलावा बिजली विधेयक- 2020 भी वापस लेने की मांग की।

यह प्रदर्शन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, जयपुर के तत्वावधान में किया गया। इसमें राजस्थान में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) एवं अन्य संगठन देश में किसान आंदोलन के समर्थन एवं केंद्र सरकार के खिलाफ सोमवार को संयुक्त रुप से धरना एवं प्रदर्शन में शामिल हुए।

माकपा की जिला सचिव सुमित्रा चोपड़ा ने बताया कि जयपुर में वामदलों सहित कई ट्रेड यूनियनों, महिला एवं जन संगठनों की तरफ से कलेक्ट्रेट पर संयुक्त प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि सोमवार को 12 बजे खासाकोठी चौराहे पर प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए। इसके बाद वहां से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे।

जहां तारा सिंह सिद्धू, संजय माधव सहित कई अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने सभा में मौजूद प्रदर्शनकारियों में भाषण दिया। सभा के बाद जिला कलेक्टर जयपुर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद के नाम का ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें केंद्र सरकार अविलम्ब किसान-मजदूर एवं आम जनता विरोधी काले कृषि कानून वापस लेने की मांग की।