किसान आंदोलन के बीच ठंड लगने से सोनीपत के किसान की मौत

दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में टीडीआई सिटी के सामने किसान की मौत हो गई। मृतक की पहचान अजय (32) गांव बरोदा सोनीपत के तौर पर हुई है। अजय के पास एक एकड़ जमीन थी और वह जमीन ठेके पर लेकर खेती करता था।

मृतक के परिजनों ने बताया कि मौत ठंड लगने से हुई है। परिजनों के अनुसार, अजय रात को खाना खाकर सोया था लेकिन सुबह नहीं उठा। कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के नागरिक अस्पताल भिजवा दिया है।

वहीं कुछ दिन पहले तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए दिल्ली आंदोलन में भाग लेकर लौटे गांव हैबुआना के किसान कवलजीत सिंह की मौत हो गई थी। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था। बस से उतरकर धरना स्थल की ओर बढ़ते समय किसान को अचानक दौरा पड़ा और वह नीचे गिर गया।

जिसके चलते किसान के सिर में चोट लग गई। उन्हें डबवाली के नागरिक अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रेफर कर दिया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी दलेराम ने बताया कि पुलिस मृतक के भाई कुलविंद्र सिंह के बयान पर इत्तफाकिया घटना की कार्रवाई दर्ज की है। 

दिल्ली में खेती कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के संघर्ष में हिस्सा लेने जा रहे पंजाब के किसान सुरिंदर सिंह (50) की सोनीपत में सड़क हादसे के दौरान मौत हो गई थी। सुरिंदर सिंह अपनी ट्रैक्टर-ट्राली पर करीब 12 किसानों को लेकर दिल्ली जा रहा था। सोनीपत के समीप वह ट्रैक्टर-ट्राली साइड में खड़ा करके किसी काम के लिए सड़क पार कर रहा था। इस दौरान किसी वाहन ने सुरिंदर सिंह को टक्कर मार दी, जिससे सुरिंदर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी।