स्‍पाइसजेट ने एयरक्राफ्ट के लिये एक खास लिवरी का अनावरण किया

भारत में 100 करोड़ कोविड-19 वैक्‍सीनेशन का जश्‍न मनाया

इस खास लिवरी (वर्दी) में माननीय प्रधानमंत्री और फ्रंटलाइन वर्कर्स नजर आ रहे हैं, जिन्‍हें कोविड महामारी के दौरान उनके आदर्श योगदान के लिये सम्‍मानित किया गया है

गुरूग्राम। भारत कोविड-19 के 100 करोड़ टीके लगाये जाने की ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्‍न मना रहा है। इस मौके पर देश की पसंदीदा एयरलाइन स्‍पाइसजेट ने एक खास लिवरी (वर्दी) का अनावरण किया है, जो फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना वारियर्स के बेमिसाल योगदान को सम्‍मान देती है। यह वे लोग हैं, जिन्‍होंने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में इस सपने को सच्‍चाई में बदलने के लिये लगातार काम किया है।

इस खास वर्दी का अनावरण आज दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक भव्‍य आयोजन में किया गया। इस मौके पर माननीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मंडाविया और स्‍पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह उपस्थित थे। इस वर्दी में माननीय प्रधानमंत्री और हेल्‍थकेयर वर्कर्स की तस्‍वीर है और इसे स्‍पाइसजेट के तीन बोइंग 737 एयरक्राफ्टस में पहना जाएगा।

स्‍पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्‍टर अजय सिंह ने कहा, “मैं हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में कोविड-19 के 100 करोड़ टीके लगाने की इस असाधारण उपलब्धि पर भारत सरकार को बधाई देता हूँ। केवल 279 दिनों में रिकॉर्ड 1 बिलियन टीके लगना हमारे हेल्‍थ वर्कर्स की कोशिशों और हमारे नागरिकों के सहयोग का प्रमाण है।”

“स्‍पाइसजेट और स्‍पाइसहेल्‍थ समेत हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना वारियर्स का यह अद्वितीय योगदान विशेष उल्‍लेख का हकदार है और इसकी तारीफ होनी चाहिये। हमारी एयरक्राफ्ट वर्दी भारत के टीकाकरण मिशन की सफलता को एक छोटा-सा सम्‍मान है और यह उसके कभी भी हार ना मानने वाले जज्‍बे का जश्‍न मनाती है।”

भारत के मौजूदा देशव्‍यापी टीकाकरण अभियान को विश्‍व का सबसे बड़ा और सबसे तेज टीकाकरण कार्यक्रम माना गया है। हमारा देश उन कुछ एक देशों में भी शामिल है, जिन्‍होंने खुद अपने टीके बनाए हैं।

कोविड-19 के खिलाफ जंग में स्‍पाइसजेट ने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है और महामारी के दौरान राहत सामग्री, दवाओं और मेडिकल उपकरणों की रिकॉर्ड आपूर्ति की है। इस प्रकार कोविड-19 के खिलाफ जंग में उसने भारत का साथ दिया है। पिछले 18 महीनों में ऐसा कोई दिन नहीं बीता, जब स्‍पाइसजेट की फ्‍लाइट्स ने उड़ान नहीं भरी हो।

यह सुनिश्चित करने में स्‍पाइसजेट के लॉजिस्टिक्‍स डिविजन ने एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई थी कि भारत और अन्‍य देशों के बीच व्‍यापार के महत्‍वपूर्ण मार्ग बाधित न हों। मार्च 2020 से इस एयरलाइन ने लगभग 26300 कार्गो उड़ानों का परिचालन किया है और लगभग 200,000 टन कार्गो का परिवहन किया है। इसके अलावा, एयरलाइन ने करीब 90,000 ऑक्‍सीजन कंसेन्‍ट्रेटर्स और राहत सामग्री को एयरलिफ्ट भी किया था।

स्‍पाइसजेट ने महामारी के दौरान लोगों की स्‍वदेश वापसी में भी महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उसने विभिन्‍न देशों में फंसे 3.63 लाख भारतीय और विदेशी नागरिकों को 2100 से ज्‍यादा स्‍पेशल उड़ानों द्वारा अपने देश पहुँचाया था।