आत्मघाती हमले के बाद फिर लौटने लगे स्टूडेंट्स, हमले में 40 स्टूडेंट्स मारे गए थे

ढाई साल पहले एक आत्मघाती हमलावर ने मावूद एकेडमी ट्यूशन सेंटर में ब्लास्ट कर दिया था, जिसमें करीब 40 छात्र मारे गए थे। ये सभी अल्पसंख्यक हजारा समुदाय के बच्चे थे, जो कॉलेज की प्रवेश परीक्षा की तैयारियों में जुटे थे।

नाजीबुल्लाह यूसेफी (38) जो एक शिक्षक हैं और अगस्त 2018 में हुए ऐसे ही एक धमाके में बच गए थे, अब अपने छात्रों के साथ नई जगह पर शिफ्ट हो गए हैं। अगले धमाके के लिए उनके पास प्लान भी है।

वे कहते हैं, मैं अपनी क्लास में हूं और शायद मारा भी जाऊं। लेकिन इस बार अपने बच्चों को बचाने के लिए मैं हमलावर को गले लगाऊंगा, ताकि वह धमाका न करे।

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