किसी धर्म के खिलाफ बोलने वाला सूर्य सागर जैन संत नहीं है, एफआईआर दर्ज

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भीनमाल। बड़ोदा और हलोल के बीच कई सालों से एक ही जगह अड्डा बनाके बैठने वाला सूर्यसागर नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ़ वघोडिया पोलिस स्टेशन में फ़रियाद हुई है। सूत्रों द्वारा पता चला है की सूर्य सागर ने किसी धर्म के खिलाफ़ बोलने पर उस पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही शुरू की है।

पुलिस ने सूर्यसागर का मोबाइल भी ले लिया है। ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोंशीएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुँडिय़ा ने बताया की ये जैन साधू नहीं है, ये अपने आप को जैन संत कहता है लेकिन ये स्वयंभू बाबा है। ये जैन धर्म के अनुसार जो भी साधु के नियम होता है वो कोई भी नियम पालता नहीं है।

सूर्य सागर ने किसी धर्म के खिलाफ़ बोलने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है

इनका बंदूक़ चलाता विडीयो ख़ूब वायरल हुया था। जैन संत कभी ऐसा काम नहीं करते है। हार्दिक हुँडिय़ा ने बताया कि वॉॅटसअप गु्रप में सूर्य सागर उनको पोल खोलने वाले को जोड़ता था फिर उनकी पूरी टीम मिल के सामने वाले को गंदी गंदी गालियां बोलना, धमकी देना ये इसका काम है।

राहुल नामके ये एक लडक़े ने मुंबई कि एक महिला पत्रकार रश्मि दवे को उनके ग्रूप में जोडक़र अभद्रता का बर्ताव करना ये उनके और उनके भक्तों का काम है। मध्य प्रदेश के सागर नगर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी परिहार ने राहुल के पास माफ़ी मंगवाता वीडियो भी बनाके भेजा था।

सूर्यसागर नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ़ वघोडिया पोलिस स्टेशन में फ़रियाद हुई है।

थोड़े दिन शांत रहने के बाद वापस परेशनियाँ करने वाला सूर्यसागर के एक भक्त को रश्मि दवे की पुलिस फ़रियाद पर पूना से एक सूर्यसागर के चेले को जेल के सलाखों के पीछे भेज दिया था। आइजा के महामंत्री महावीर श्रीश्रीमाल ने बताया की ये सूर्यसागर उनके खिलाफ या उनकी पोल खोलने वाले लोगों को धमकाता था।

लेकिन लोग डरके मारे चुप हो जाते थे। ये सिफऱ् धमकाने का काम ही करता था और सूरत के कुछ कथित अपने आप को पत्रकार कहने वाले सूर्य के पक्ष में रहते थे। अभी उन्होंने भी मुँह अब मोड़ लिया है। सूर्या सिफऱ् नाम का मंदिर बनाके एक ही जगह कई सालों से बैठा है। जैन साधु कभी भी एक जगह नहीं बैठते है।

बाबा रामदेव मंदिर का वार्षिकोत्सव स्थगित

बालोतरा। बाबा रामदेव मन्दिर बिठूजाधाम पर 16 मई को 21 वाँ वार्षिक प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम वैश्विक कोरोना महामारी के चलते निरस्त किया गया है। ट्रस्ट अध्यक्ष भेरूलाल डागा ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी के कारण बिठूजाधाम पर सभी तरह के धार्मिक अनुष्ठान इस बार रदद कर दिए है। 16 मई शनिवार को सुबह सिर्फ बाबा रामसा पीर की पुजारी द्वारा पूजा अर्चना कर नवीन वस्त्राभूषण पहनकर आरती की जाएगी। इसके बाद मन्दिर के शिखर पर ध्वजा चढ़ाई जाएगी। ट्रस्ट मंडल द्वारा सरकार की गाइड लाइन व लॉक डाउन की पालना की जाएगी।