कोरोना फ्री हुए तो रहें सावधान… हो सकती है यह बीमारी

कोरोना

कोरोना से उबरे लोगों को हृदय रोग, मधुमेह होने का अंदेशा

लंदन। वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) से संक्रमित मरीजों के लिए यह खबर ध्यान देने वाली है। कोरोना से मुक्त होने के बाद भी उन्हें कई तरह की बीमारियों का अंदेशा रहता है। इनमें हृदय रोग और मधुमेह होने का ज्यादा खतरा रहता है। डॉक्टरों का कहना है कि खासकर कोरोना क्रमण के बाद के तीन महीने विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना अब तक कई लोगों की जान ले चुकी है। अभी भी कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। लोगों के लिए इस समय लापरवाही बरतना भारी पड़ सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यों के मुख्यमंत्री सहित विदेशों के राष्ट्रपति-प्रधानंत्री बार-बार कोरोना से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं, क्योंकि यह बीमारी फिर से पैर पसारने लगी है। ऐसे में अभिभावकों को स्वयं को बचाने के साथ अपने बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना होगा। वैज्ञानिक तेजी से कोविड-19 को एक बहु-प्रणाली की स्थिति के रूप में पहचान रहे हैं जो पूरे शरीर में बीमारी का कारण बन सकती है, संभवत: उन मार्गों को ट्रिगर करके जो सूजन का कारण बनते हैं।
लंदन के किंग्स कॉलेज के शोधकर्ताओं ने 4,28,000 से अधिक कोविड रोगियों और इतने ही अज्ञात मेडिकल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि कोविड रोगियों में मधुमेह और हृदय रोग उन लोगों की तुलना में ज्यादा होते हैं, जिन्हें कभी संक्रमण नहीं हुआ था।
ओपन एक्सेस जर्नल पीएलओएस मेडिसिन में प्रकाशित विश्लेषण के अनुसार वायरस से संक्रमित होने के बाद पहले चार हफ्तों में 81 प्रतिशत कोविड रोगियों को मधुमेह होने का पता चला। संक्रमण के बाद 12 सप्ताह तक उनकी जान का जोखिम 27 प्रतिशत तक बढ़ गया था। हालांकि, शोधकर्ताओं के संज्ञान में यह भी आया कि कोविड संक्रमण हृदय संबंधी विकारों और मधुमेह के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है। इन निष्कर्षो के आधार पर डॉक्टर रोगियों को स्वस्थ आहार और व्यायाम के माध्यम से मधुमेह के जोखिम को कम करने की सलाह दे रहे हैं।

भारत में 14 दिन में पॉजिटिविटी रेट हुई दोगुनी

देश में कोरोना अब डरा रहा है। पिछले 14 दिन में पॉजिटिविटी रेट भी दोगुना से ज्यादा बढ़ गई है। सिर्फ 168 दिन बाद पॉजिटिविटी रेट 7 फीसदी के पार हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 5 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट चिंता की बात है। बीते 24 घंटे में देश में 14,830 नए केस आए। 18,159 मरीज ठीक हुए, जबकि 36 संक्रमितों की मौत हो गई। एक्टिव केस 1,47,512 हैं। 24 जुलाई के आंकड़ों के अनुसार 12 राज्यों में संक्रमण दर 10 फीसदी जबकि मेघालय, मिजोरम और नागालैंड में दर 20 फीसदी के भी ऊपर पहुंच गई है। वहीं 12 अन्य राज्यों में राहत की बात है, यहां संक्रमण दर 5 फीसदी से कम है। 11 जुलाई को पॉजिटिविटी रेट 3.2 फीसदी था।

यह भी पढ़ें…घर-घर औषधि योजना का होगा विस्तार