टोयोटा को पछाड़ टेस्ला बनी दुनिया की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी

Tesla
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नई दिल्ली। अमेरिका की दिग्गज इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी (टेस्ला) बुधवार को दुनिया की सबसे वैल्यूएबल ऑटो निर्माता कंपनी बन गई है। एक जुलाई को कंपनी के शेयर अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया जिससे इलेक्ट्रिक कार निर्माता ने बाजार पूंजीकरण में सबसे आगे चल रही जापानी की ऑटोमोबाइल कंपनी टोयोटा मोटर्स कॉर्प को पीछे छोड़ दिया।

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टेस्ला के शेयरों ने बुधवार सुबह कारोबार में 5 फीसदी की बढ़त के साथ 1133 डॉलर का रिकॉर्ड बनाया, जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढक़र 209 बिलियन डॉलर (लगभग 15.78 लाख करोड़ रुपए) पर पहुंच गया। टेस्ला का यह मार्केट वैल्यूएशन टोयोटा की तुलना में मोटे तौर पर 6 बिलियन डॉलर ज्यादा है।

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यानी स्टॉक मार्केट में टेस्ला ने टोयोटा को पछाड़ दिया है। Tesla ने 100 साल से ज्यादा पुरानी दुनिया की दो दिग्गज अमेरिकी कार कंपनियों जनरल मोटर्स और फोर्ड मोटर कंपनी को बहुत पीछे छोड़ दिया है। Tesla ने साल 2008 में पहली Electric car कार बनाई थी।

टेस्ला के शेयरों ने बुधवार सुबह कारोबार में 5 फीसदी की बढ़त के साथ 1133 डॉलर का रिकॉर्ड बनाया

आलम यह है कि आज टेस्ला की मार्केट वैल्यू अमेरिका की कार निर्माता कंपनियां जनरल मोटर्स और फोर्ड मोटर कंपनी के संयु त मार्केट कैप से तीन गुना से भी ज्यादा हो गई है। वर्ष 2020 की शुरुआत के बाद से टेस्ला के शेयरों में 163 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई है, जो निवेशकों के बीच इलेक्ट्रिक वाहनों और टेस्ला की एक बड़ी कार निर्माता से जीरो-एमिशन वाली कारों में वैश्विक लीडर के रूप में भविष्य के बारे में बढ़ते विश्वास को दिखाता है।