राजशाही ठाठ के साथ कड़े नियमों का पालन भी करता है ब्रिटिश शाही परिवार

ब्रिटिश शाही परिवार
ब्रिटिश शाही परिवार

नियम पढ़कर रह जाएंगे दंग, हर सदस्य पर होते हैं लागू

ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के साथ ही यह शाही परिवार एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। शाही परिवार के बारे में अक्सर सुना जाता है कि उनके राजशाही ठाठ काफी निराले होते हैं, लेकिन शायद ही कुछ लोग जानते हैं कि शाही परिवार के लिए बनाए गए नियम काफी कड़े भी होते हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होता है। वैसे ही ब्रिटेन के शाही परिवार के नियम भी बेहद कड़े हैं, जिन्हें वहां परिवार को मानना ही पड़ता है। आइए जानते हैं उन राजशाही नियमों के बारे में…।

  • अगर महारानी खड़ी रहें तो उस जगह पर मौजूद हर शख्स को खड़ा ही रहना पड़ता है।
    महारानी के साथ टेबल पर खाना खाते वक्त महारानी के आखिरी निवाला खाने के बाद वहां मौजूद कोई भी शख्स खाना नहीं खा सकता।
  • महारानी का अभिवादन करते समय शाही परिवार के पुरुषों को गर्दन झुकानी पड़ती है। वहीं, महिलाओं को थोड़ा झुककर सम्मान देना होता है।
  • शाही परिवार के दो वारिस एक साथ यात्रा नहीं कर सकते। मतलब पिता भी अपने पुत्र के साथ सफर नहीं कर सकते। यह नियम उत्तराधिकारी की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। शाही परिवार में केवल विवाहित महिलाएं ही टियारा पहन सकती हैं।
  • ब्रिटेन में सिर्फ रानी के पास ही ये अधिकार है कि वह बिना लाइसेंस या नंबर प्लेट के गाड़ी चला सकती हैं।
  • शाम 6 बजे के बाद अगर शाही परिवार की विवाहित महिला किसी कार्यक्रम में शामिल हो रही है, तो उन्हें हैट हटाकर टियारा पहनना होता है। यह टियारा लोगों को बताने के लिए है कि वह महिला विवाहित है और कोई पुरुष उससे शादी की आशा न रखे।
  • ब्रिटिश शाही परिवार में शेलफिश और लहसुन खाने की मनाही है। शेलफिश से एलर्जी और फूड प्वायजनिंग का खतरा रहता है और लहसुन इसलिए क्योंकि रानी एलिजाबेथ को यह पसंद नहीं था।
  • चाय के कप के हैंडल को पकडऩे के लिए शाही परिवार के सदस्य अपने हाथ के अंगूठे और तर्जनी का इस्तेमाल करते हैं। जबकि मध्यमा से कप के निचले हिस्से को सपोर्ट देते हैं।
  • खाना खाते समय शाही परिवार के सदस्य छुरी को हमेशा दाहिने हाथ में और कांटे को बाएं हाथ में पकड़ते हैं। कांटे का अगला हिस्सा नीचे यानी प्लेट की तरफ होता है। वह खाने के टुकड़े को कांटे में फंसाने के बजाय उसे कांटे के पीछे रखते हैं और फिर खाते हैं।
  • सार्वजनिक जगहों पर शाही परिवार के सदस्य / पति-पत्नि एक-दूसरे का हाथ पकडऩे से बचते हैं।
  • शाही परिवार के सदस्यों को किसी को शादी के लिए प्रस्ताव देने से पहले महारानी की अनुमति लेनी जरूरी है।
  • शाही दुल्हन अपने गुलदस्ते में मेहंदी जरूर रखती है।
  • शाही परिवार देश में कोई राजनीतिक विचारधारा नहीं रख सकता। न ही सार्वजनिक रूप से राजनीति के बारे में कुछ बोल सकतै है। वे कोई भी राजनीतिक पद ग्रहण नहीं कर सकते।
    शाही परिवार के सदस्य न तो किसी को ऑटोग्राफ दे सकते हैं, न ही सेल्फी ले सकते हैं।
    परिवार के सदस्यों को हर तरह के तोहफे लेने ही पड़ते हैं।
  • डिनर पार्टी में महारानी पहले अपनी दायीं तरफ बैठे शख्स से बात करती हैं। फिर खाने के दूसरे कोर्स में वह बायीं ओर के शख्स से बात करती हैं।
  • महारानी ने डिनर के समय आलू, पास्ता और चावल खाने पर भी पाबंदी लगा रखी थी।
    महारानी से बात करने के बाद कोई उन्हें पीठ दिखाकर वापस नहीं जा सकता। पहले महारानी ही उस जगह से जाएंगी।
  • शाही परिवार के सदस्यों के लिए कई अलग-अलग भाषाएं सीखनी जरूरी हैं। प्रिंस जॉर्ज ने भी छोटी उम्र से ही इंग्लिश के अलावा स्पैनिश सीखनी शुरू भी कर दी है।
  • महारानी एलिजाबेथ अपने ब्राइट व नियॉन रंगों के कपड़े पहनने के लिए जानी जाती थी। ताकि वह भीड़ में भी आसानी से पहचानी जा सकें।
  • शाही परिवार में महिलाओं को हमेशा घुटनों को जोड़कर और एडिय़ों को क्रॉस कर बैठना होता है।
  • महारानी अपने कर्मचारियों को कोई सिग्नल देने के लिए अपने हैंडबैग का इस्तेमाल करती हैं। अगर रानी ने अपना पर्स बाएं से हटाकर दाएं हाथ में लिया, तो मतलब है कि वह बात-चीत को खत्म करने वाली हैं।
  • अगर डिनर के समय रानी ने अपना पर्स टेबल पर रख दिया, तो पांच मिनट के अंदर डिनर खत्म करना हो जाएगा।
  • शाही परिवार की महिलाओं को अपनी ठुड्डी जमीन के समानांतर रखनी होती है। न ही झुकी हुई और न ही उठी हुई।
  • महारानी के पति प्रिंस फिलिप को हमेशा एलिजाबेथ से कुछ कदम पीछे चलना होता था। यह नियम उनकी शादी के समय से ही चला आ रहा था।
  • ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्यों को मोनोपोली खेलने की अनुमति नहीं है। एक बार प्रिंस विलियम ने खुद इस बारे में बताया था। कहा था कि ये खेल अनैतिक है।
  • यह भी नियम है कि अगर शाही परिवार के किसी सदस्य ने अपनी शादी तोड़ दी, तलाक ले लिया, तो वह गद्दी का उत्तराधिकारी बनने का अधिकार खो देता है। यानी वह राजा नहीं बन सकता।

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