शासन सचिव ने दिया 10 हजार लीटर दूध संकलन का लक्ष्य, अजमेर से आ रहे दूध को बंद किया जाएगा

नागौर। अजमेर से आ रहे दूध को अब बंद किया जाएगा। इससे जो राशि अजमेर को मिल रही है वह अपने नागौर के दुग्ध उत्पादकों को मिल सके। इसके अलावा 10 हजार लीटर दूग्ध संकलन का भी लक्ष्य रखा गया है। यह िनर्देश शुक्रवार को पशुपालन एवं गोपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरुषि अजय मलिक ने नागौर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड की समीक्षा बैठक के दौरान दिए।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में नागौर में जिले में दूध की मांग अनुसार आपूर्ति करने के लिए अजमेर से एक दिन छोड़कर एक दिन दूध लिया जा रहा है, जिसको अब बंद किया जाएगा। साथ ही नागौर से और अधिक दुग्ध संकलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अजमेर से जो दूध आता है उसकी राशि एडवांश में देनी पड़ती है। जबकि यहां राशि देने में एक माह का समय भी मिल जाता है।

इसमें किसी तरह की परेशानी भी नहीं होती है। समीक्षा बैठक में मलिक ने कहा कि जिले मे कुल 64 बीएमसी हैं। इनमें से वर्तमान में 51 ही संचालित हैं। ऐसे में जो बीएमसी संचालित नहीं हैं उनको जल्द ही चालू करवाया जाएगा। इसके अलावा दूध संकलन के दायरे को भी बढ़ाया जाएगा।

मलिक ने बताया कि 9 दिसंबर को बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें और कई अहम निर्णय लिए जाएंगे। नागौर व जायल क्षेत्र में दुध संकलन केंद्रों व पशु चिकित्सा उप केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान शासन सचिव के साथ जिला स्तरीय पशु पालन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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