टीचर ने बच्चे को मारे 15 थप्पड़, बेहोश होकर गिरा

छात्र
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बुखार आने से होमवर्क नहीं होने का दिया था हवाला, फिर भी नहीं माना टीचर, पीटता रहा

जोधपुर। जिले के बोरुंदा थानाक्षेत्र में स्थित एक निजी विद्यालय में साइंस टीचर द्वारा 9वीं कक्षा के छात्र को पीटने का मामला सामने आया है। टीचर ने छात्र को हाथ पर चूंटियां भी मारीं, जिससे छात्र बेहोश हो गया। सबसे अहम बात यह है कि छात्र ने बुखार आने की वजह से होमवर्क नहीं होने की बात कही थी, लेकिन टीचर नहीं माना और उसने एक के बाद एक 15 चांटे छात्र को जड़ दिए। घर पहुंचने के बाद छात्र की हालत और बिगड़ गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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थानाधिकारी ने बताया कि गुरुवार शाम को डॉ राधाकृष्णन सीनियर सेकंडरी स्कूल में नौंवी में पढऩे वाले स्टूडेंट के साथ पिटाई की शिकायत मिली थी। स्टूडेंट आकाश के पिता ने बताया कि होमवर्क पूरा न करने की मामूली बात पर टीचर ने बच्चे की पिटाई कर दी। बच्चों को सिर में अंदरूनी चोट आई जिसके कारण उसे जोधपुर के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि, डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को कोई अंदरुनी चोट नहीं है।

बोरुंदा के बेलदारों का मोहल्ला न्यू कॉलोनी में रहने वाले कानाराम ओड ने आरोपी टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कानाराम ने बताया कि उसके बेटे आकाश को 15 सितंबर दोपहर को उसका ममेरा भाई मिथुन संभालते हुए घर लाया था। आकाश को चक्कर आ रहा था। उसके सिर और कान में तेज दर्द था। पूछने पर आकाश ने बताया कि बुखार के कारण उसने साइंस का होमवर्क पूरा नहीं किया। इस बात पर संस्कृत टीचर रामकरन ने हाथ पर चूंटियां काटीं और सिर, गाल व कान पर 15 थप्पड़ मारे। टीचर की पिटाई से आकाश क्लास में ही गिर पड़ा। इस दौरान दूसरी टीचर आ गए। फिर स्कूल के ऊपर बने कमरे में बच्चे को लिटा दिया।

टीचर ने दी धमकी

आरोप है कि आकाश ने प्रिंसिपल के पास जाने की बात कही तो टीचर रामकरन ने प्रिंसिपल या घरवालों से पिटाई की बात नहीं कहने की हिदायत दी। कहा कि किसी को बताया तो फेल कर दूंगा, नहीं बताएगा तो अच्छे नंबर दूंगा।

पिता कानाराम गुरूवार को ही बच्चे को बोरुंदा के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए तो डॉक्टर ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया। कानाराम ने स्कूल के प्रिंसिपल बाबूलाल भाकर से शिकायत की तो पहले उन्होंने टीचर का समर्थन किया। लेकिन जोधपुर रेफर किया जाने की बात सुनकर बोरुंदा से जोधपुर के लिए गाड़ी भेजी। स्कूल स्टाफ के कुछ टीचर्स को भी साथ भेजा।

जोधपुर में गुरुवार शाम 6.30 बजे श्रीराम अस्पताल में सीटी स्कैन कराया तो कान के पास अंदरूनी हिस्से में सूजन के कारण बच्चे को एडमिट कर लिया गया। मामला गंभीर देख स्कूल के स्टाफ के टीचर्स गाड़ी लेकर फरार हो गए। अब बच्चे का इलाज चल रहा है। गुरुवार शाम काना राम ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर आरोपी टीचर के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की।

आकाश के पिता ने कहा कि स्कूल घर से 3 किलोमीटर दूर है। 500 मीटर पैदल चलकर आकाश स्कूल बस से कजिन मिथुन के साथ गुरुवार सुबह स्कूल गया था। छठे पीरियड में साइंस टीचर रामकरण ने होमवर्क न करने की बात पर पिटाई कर डाली।

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