वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के विजेता का फैसला एक टेस्ट के बजाय तीन टेस्ट के आधार पर होना चाहिए था : कपिल देव

पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने कहा है कि वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के विजेता का फैसला एक टेस्ट के बजाय तीन टेस्ट के आधार पर होना चाहिए था। कपिल देव की कप्तानी में ही भारत ने 1983 में पहला वनडे वल्र्डकप जीता था। उन्होंने कहा कि वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत की बेहतर बल्लेबाजी ही उसे विजेता बना सकती है।

पहली बार हो रहा वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 18 से 22 जून के बीच साउथैम्पटन में खेला जाएगा। फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड की टीम आपस में भिड़ेंगी। पूर्व कप्तान ने मिड डे से बातचीत करते हुए कहा कि इतने महत्वपूर्ण चैंपियनशिप की विजेता का फैसला केवल एक मैच के आधार पर नहीं होना चाहिए। अगर एक से ज्यादा मैचों के आधार पर विजेता का फैसला होता तो अच्छा होता।

अभी के समय में मैचों की तैयारी करना मुश्किल नहीं है। हालांकि वर्तमान हालात को देखते हुए कम मैच रखे गए हों, यह केवल एक बहाना हो सकता है। लेकिन उसके बावजूद इंटरनेशनल क्रिकेट एसोसिएशन ने सराहनीय कदम उठाया है।

उन्होंने कहा- यह अच्छी बात है कि आईसीसी की ओर से टेस्ट मैच को लोकप्रिय बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। मुझे यकीन है कि लोगों को यह पसंद आएगा। मेरा मानना है कि अगर वल्र्ड टेस्ट फाइनल चैंपियनशिप तीन टेस्ट मैचों का होता, तो अच्छा होता।

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