यह है एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड का फर्क, इतनी है चीन की हिस्सेदारी

एचडीएफसी,hdfc
एचडीएफसी,hdfc

एचडीएफसी कंपनी में चीन के केंद्रीय बैंक चीन के पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने मार्च तिमाही में कुल 1.01 (एक फीसदी) प्रतिशत शेयर खरीदे है। आपको बता दें एचडीएफसी बैंक और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचडीएफसी) अलग कंपनियां हैं। हालांकि, एचडीएफसी असल में एचडीएफसी बैंक की प्राइम यानि वास्तविक कंपनी है, लेकिन अब दोनों अलग-अलग कॉरपोरेट यूनिट के तौर पर काम करती हैं।

एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड अलग कंपनियां हैं

बीएसई को दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष की अंतिम यानी मार्च तिमाही में चीन के केंद्रीय बैंक की एचडीएफसी में हिस्सेदारी 1.75 करोड़ शेयरों यानि कंपनी के एक फीसदी शेयर खरीदें हैं। हालांकि एचडीएफसी में मार्च 2019 तक भी पीबीओसी की 0.8 फीसदी हिस्सेदारी थी।

यह शेयर बढऩे के बावजूद एचडीएफसी में चीनी केंद्रीय बैंक की हिस्सेदारी महज 1.01 फीसदी है। कोरोना वायरस महामारी के चलते एचडीएफसी लिमिटेड के शेयरों में बड़ी गिरावट के चलते भी चीन का इस तरह भारतीय बाजार में इंवेस्ट करना एक बड़ा कारण है।

एचडीएफसी लिमिटेड कंपनी में चीन ने कुल एक फीसदी प्रतिशत शेयर खरीदे

फरवरी से अब तक कंपनी के शेयर में 40 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है। हाल के वर्षों में चीन ने पाकिस्तान तथा बांग्लादेश सहित एशियाई देशों में किया भारी निवेश किया है।

कंपनी के मुताबिक एचडीएफसी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन एवं सीईओ केकी मिस्त्री ने कहा है कि पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के पास मार्च 2019 तक कंपनी में हिस्सेदारी 0.80 प्रतिशत थी, जो मार्च 2020 में बढक़र 1.01प्रतिशत पर पहुंच गई।