न्यूरोसर्जरी के लिए चिकित्सकों को सुझाई जाएंगी नई-नई तकनीकें

नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल का न्यूरोफेस्ट का 5वां एडिशन

जयपुर। जेएनयू (जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी) के सहयोग से नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल द्वारा न्यूरोफेस्ट का 5वां एडिशन आयोजित किया जाएगा। इस 3 दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस (अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन) व न्यूरो-एंडोस्कोपिक वर्कशॉप में देश-विदेश के मेडिकल छात्र, ऐकडेमिक स्कॉलर्स और वरिष्ठ न्यूरोसर्जन भाग लेंगे। कॉन्फ्रेंस का मुख्य आयोजन होटल रैडिसन में होगा। जेएनयू कैंपस में आयोजित होने वाली न्यूरो-एंडोस्कोपिक वर्कशॉप में पार्टिसिपेंट्स को मानव शव पर न्यूरोसर्जरी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 7 से 9 जुलाई तक आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी देते हुए नारायणा के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन और न्यूरोफेस्ट-2022 के कोर्स निदेशक डॉ. केके बंसल ने बताया कि कोर्स के फॉर्मेट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि पार्टिसिपेंट्स को ब्रेन और स्पाइन की सर्जरी के क्षेत्र में नई तकनीक के बारे में न केवल लेक्चर के माध्यम से बताया जाए बल्कि उसे मानव शव पर डाइसेक्शन वर्कशॉप्स द्वारा बेहतर ढंग से समझाया जा सके। उन्होंने बताया कि देश-विदेश से आईं फैकल्टी पहले वर्कशॉप में ब्रेन और स्पाइन सर्जरी के नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन करेंगी। उसके बाद प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में पार्टिसिपेंट्स इसे स्वयं प्रैक्टिस करेंगे।

देश-विदेश के मेडिकल छात्र, ऐकडेमिक स्कॉलर्स और वरिष्ठ न्यूरोसर्जन लेंगे भाग

नारायणा के फैसिलिटी निदेशक बलविंदर सिंह वालिया ने बताया की इस 3 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस व न्यूरो-एंडोस्कोपिक वर्कशॉप कराना नारायणा हॉस्पिटल में एक वार्षिक परंपरा है, जिसका यह ५वां एडिशन है। कॉन्फ्रेंस में आयोजित होने वाले साइंटिफिक सेशन एवं वर्कशॉप के माध्यम से नए चिकित्सकों को न्यूरोसर्जरी के क्षेत्र में नई तकनीक बताई जाएगी, जिससे वे बेहतर चिकित्सक बनाकर मरीज को दुनिया का सबसे अच्छा उपचार दें सकें। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए डॉ.प्रदीप कुमार गोयल, क्लीनिकल निदेशक ने कहा कि कॉन्फ्रेंस व वर्कशॉप में न्यूरोसर्जरी की दुनिया के जाने-माने नाम एक ही मंच पर मौजूद होंगे। यह क्षण नारायणा के लिए ऐतिहासिक होगा। न्यूरोसर्जरी में आई नई तकनीक की चर्चा रोगी के लिए फायदेमंद साबित होगी। न्यूरोफेस्ट के 5वें एडिशन में सिखाए जाने वाले कोर्स को न्यूरो एंडोस्कोपी सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता मिली है । इसे वरिष्ठ न्यूरोसर्जन बंसल द्वारा डिजाइन किया गया है, जिन्हें एक ही पेशेंट में एक ही बार में सबसे अधिकतम संख्या में ब्रेन ट्यूमर्स निकालने के लिए गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड मिला है।

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