सुदृढ़ राष्ट्र की स्थापना के लिए समाज को बदलना होगा और बालिकाओं को बालकों के समान अधिकार देना होगा : संगीत लोढ़ा

राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर के प्रशासनिक न्यायाधीश तथा राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस संगीत लोढ़ा ने कहा कि कि गार्गी , मैत्रयी, रानी लक्ष्मी बाई, मीरा बाई जैसी महान नारियों के समान कोई भी बालिका महानता को छू सकती है। उन्होंने कहा इन महिलाओं ने संघर्ष और चुनौतियों को अवसर में बदला और सफलता हासिल की। इन्हीं का अनुसरण कर बालिकाएं अपना लक्ष्य तय करें और उसके लिए समर्पित भाव से काम करते हुए सफलता के शिखर को छुएं।

जस्टिस लोढ़ा ने रविवार को रालसा द्वारा आयोजित बालिका अधिकार चेतना सप्ताह के समापन कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। बालिका दिवस के अवसर पर वेबिनार के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में वे अध्यक्ष के तौर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी बदलाव की शुरूआत सर्वप्रथम अपने घर से ही होती है।

बदलाव अपरिहार्य है और समाज को बदलना ही होगा तथा बालिकाओं को बालकों के समान अधिकार देना होगा। उन्होंने कहा कि खेल से लेकर अंतरिक्ष तक बालिकाएं सफलता का परचम फहरा रही हैं। इन्हें बराबरी का अधिकार देकर ही एक समृद्ध राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है।

इस अवसर पर अपने स्वागत उद्बोधन में रालसा के सदस्य सचिव बृजेन्द्र जैन ने बताया कि राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व तालुका विधिक सेवा समितियों के पदाधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस को पूरे सप्ताह के रुप में मनाया गया। इसके तहत बालिका अधिकार चेतना सप्ताह का शुभारम्भ 18 जनवरी 2021 से किया गया था।

उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान तीन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसके अन्तर्गत ऑल इंडिया रेडियो पर हौसले की उड़ान कार्यक्रम का प्रसारण प्रतिदिन शाम 05.00 से 05.30 बजे तक किया गया। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत बालिकाओं से संबंधित कानूनों, जन कल्याणकारी योजनाओं, तथा महिला अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त बालिका दिवस के अवसर पर दो विशेष कार्यक्रमों का आयोजन टी.वी के माध्यम से एवं वर्चुअल माध्यम से किया गया।