गांव कर सकते हैं बदलाव का नेतृत्व

कृषि सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्राकृतिक कृषि सम्मेलन में वर्चुअल शिरकत की। गुजरात के सूरत में हो रहे इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने किसानों को संबोधित करते कहा, यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि गुजरात किस तरह से देश के अमृत संकल्पों को गति दे रहा है।

आने वाले समय में बदलाव का आधार होंगे हमारे लक्ष्य

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आजादी के 75 साल के तहत देश ने ऐसे अनेक लक्ष्यों पर काम करना शुरू किया है, जो आने वाले समय में बड़े बदलावों का आधार बनेंगे। अमृत काल में देश की गति-प्रगति का आधार, सबका प्रयास की वो भावना है जो हमारी इस विकास यात्रा का नेतृत्व कर रही है। उन्होंने कहा, हमारा जीवन, हमारा स्वास्थ्य, हमारा समाज सबके आधार में हमारी कृषि व्यवस्था ही है। भारत तो स्वभाव और संस्कृति से कृषि आधारित देश ही रहा है। इसलिए, जैसे-जैसे हमारा किसान आगे बढ़ेगा, जैसे-जैसे हमारी कृषि उन्नत और समृद्ध होगी, वैसे-वैसे हमारा देश आगे बढ़ेगा। पीएम मोदी ने कहा, डिजिटल इंडिया मिशन की असाधारण सफलता भी उन लोगों को देश का जवाब है जो कहते थे गांव में बदलाव लाना आसान नहीं है। हमारे गांवों ने दिखा दिया है कि गांव न केवल बदलाव ला सकते हैं, बल्कि बदलाव का नेतृत्व भी कर सकते हैं।

प्राकृतिक खेती से करते हैं धरती माता की सेवा

पीएम मोदी ने कहा, आप प्राकृतिक खेती करते हैं तो आप धरती माता की सेवा करते हैं, उसकी उत्पादकता की रक्षा करते हैं। आप प्राकृतिक खेती करते हैं तो आप प्रकृति और पर्यावरण की सेवा करते हैं। आप प्राकृतिक खेती से जुड़ते हैं तो आपको गौमाता की सेवा का सौभाग्य भी मिलता है। उन्होंने कहा, परंपरागत कृषि विकास योजना और भारतीय कृषि पद्धति कार्यक्रमों के जरिए आज किसानों को संसाधन, सुविधा और सहयोग दिया जा रहा है। इस योजना के तहत देश में 30 हजार क्लस्टर्स बनाए गए हैं। लाखों किसानों को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा, प्राकृतिक खेती व्यक्तिगत खुशहाली का रास्ता तो खोलती ही है साथ ही ये सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया की इस भावना को भी साकार करती है।

यह भी पढ़ें : संघ की प्रांत प्रचारक बैठक का समापन, 2024 तक एक लाख शाखाओं का संकल्प