जाना चाहते हैं प्रकृति के करीब, तो 5 जगह आपको नहीं करेंगी निराश

भारत में घूमने के लिए हरीभरी जगह
भारत में घूमने के लिए हरीभरी जगह

भारत में एक से बढकऱ एक जगह घूमने के लिए मौजूद है, जहां पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। बात चाहे ऐतिहासिक स्थलों की करी जाए या फिर धार्मिक और प्राकृतिक स्थानों की यहां हर वो जगह मौजूद है, जो सैलानियों को अट्रैक्ट करती है। भारत का केरल एक खूबसूरत राज्य है जो भी सैलानी पहुंचते हैं वह खुद को प्राकृतिक खूबसूरती के करीब महसूस करते हैं। हर साल यहां लाखों की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं जो अपने साथ असीम खूबसूरती की यादें लेकर लौटते हैं जो उन्हें जिंदगी भर याद रहती है।

वैसे तो केरल में घूमने फिरने के लिए एक से बढकऱ एक जगह मौजूद है लेकिन यहां का वागामोन एक ऐसी जगह है जो खूबसूरती के लिहाज से जबरदस्त है। यहां का कोट्टयम जो इडुक्की सीमा में स्थित है, पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यहां पर देवदार के जंगल और खूबसूरत घास के मैदान से घिरे हुए झरने किसी का भी मन मोह सकते है।

वैली ऑफ फ्लावर, उत्तराखंड

वैली ऑफ फ्लावर, उत्तराखंड
वैली ऑफ फ्लावर, उत्तराखंड

वैली ऑफ फ्लावर एक भारतीय राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे 1982 में स्थापित किया गया था। यह जगह अपने अल्पाइन फूलों के मैदानों और खूबसूरत वनस्पतियों की वैरायटी के लिए जाना जाता है। यह एक ऐसा एक्सॉटिक और खूबसूरत डेस्टिनेशन है, जहां आपको प्रकृति के अनोखे रंग देखने को मिलते हैं। ऑर्किड, पॉपीज, प्रिमुला, गेंदा, डेज़ी और एनीमोन समेत कई तरह के खूबसूरत और खुशबूदार फूल यहां आने वाले को आकर्षित करते हैं।

लोकटक झील, मणिपुर

लोकटक झील, मणिपुर
लोकटक झील, मणिपुर

मणिपुर राज्य में स्थित, लोकटक झील एक मीठे पानी की झील है, जिसकी सतह क्षेत्र बारिश के मौसम में 250 वर्ग किमी से लेकर 500 वर्ग किमी तक हो जाती है। इसका जगहर 287 वर्ग किमी में फैला हुआ है और दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान है। यह झील दुनिया भर में सबसे पॉपुलर टूरिस्ट स्पॉट्स में से एक है।

लोनार झील, महाराष्ट्र

लोनार झील को लोनार क्रेटर के रूप में भी जाना जाता है। यह जगह महाराष्ट्र में है और इसे नेशनल जीओ-हेरिटेज स्मारक के रूप में जाना जाता है। यह जगह भी प्राकृतिक गतिविधियों की एक बड़ी निशानी है क्योंकि यह झील उल्का पिंड के टकराने से बनी है। लोनार झील को वन्य जीव अभ्यारण्य घोषित किया गया है।

गुरुडोंगमार झील, सिक्किम

इस झील को देखने के लिए आपको सिक्किम जाना होगा। यहां की सरकार के मुताबिक गुरुडोंगमार झील 5,430 मीटर की ऊंचाई पर है, जिसे दुनिया और भारत की सबसे ऊंची झीलों में से एक माना जाता है। इस जगह को हिंदू, सिख और बौद्ध धर्मों के लोग पवित्र मानते हैं। इस झील का नाम गुरु पद्मसंभव के नाम पर रखा गया है, जिन्हें तिब्बती बौद्ध धर्म के संस्थापक के रूप में जाना जाता है, उन्होंने 8वीं शताब्दी में यहां की यात्रा की थी।

स्नो वैली, कश्मीर

जम्मू और कश्मीर के उत्तरी भाग में स्थित स्नो वैली को वैली ऑफ कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है। लुभावने नज़ारों, ऊंचे पर्वतों के अलावा यहां के सीनिक नजारे आपको जिंदगीभर के लिए एक अनोखी याद देते हैं।

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