राजस्थान में हर घर जल कनेक्शन बढ़कर 27 लाख 40 हजार पार हुए- जलदाय मंत्री

mahesh joshi
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जयपुर । जल जीवन मिशन में राजस्थान की गति निरंतर बरकरार है। इस वर्ष अकेले जून माह में ही 86 हजार घरों में हर घर जल कनेक्शन दिए गए। इस माह में अभी तक 51 हजार से अधिक कनेक्शन दिए जा चुके हैं। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर जल कनेक्शन का आंकड़ा अब 27 लाख 40 हजार पार कर गया है। मिशन में प्रदेश के लगभग 26 फीसदी ग्रामीण घरों को नल के माध्यम से जल कनेक्शन से जोड़ा जा चुका है।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 2 लाख 16 हजार से अधिक जल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश दिसम्बर, 2019 में जारी किये गए थे। उससे पहले तक प्रदेश में ‘हर घर जल कनेक्शन‘ वाले परिवारों की संख्या 11 लाख 74 हजार 131 थी जो अब बढ़कर 27 लाख 40 हजार 250 हो गई है। इस प्रकार दिसम्बर, 2019 से लेकर अभी तक प्रदेश में 15.66 लाख नए हर घर जल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।

डॉ. जोशी ने बताया कि जल जीवन मिशन की शुरूआत के समय प्रदेश में मात्र 11 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों के पास ही जल कनेक्शन थे। उस समय गुजरात में 71 प्रतिशत, गोवा में 75 प्रतिशत, पुद्दुचेरी में 81, हरियाणा में 57, पंजाब में 49, हिमाचल में 44, अंडमान-निकोबार में 46 तथा महाराष्ट्र में करीब 34 फीसदी घरों में नल कनेक्शन पहले से ही उपलब्ध थे जो कि राजस्थान के 11 प्रतिशत कनेक्शनों के मुकाबले काफी अधिक थे।

जलदाय मंत्री ने बताया कि छोटे राज्य बहुत ही कम जल संबंध जोड़ने के बावजूद तुलनात्मक स्थिति में राजस्थान जैसे राज्यों से बहुत बेहतर स्थिति में नजर आ रहे हैं। दिसम्बर, 2019 के बाद दादरा एवं नागर हवेली 85 हजार, गोवा 64 हजार, अंडमान निकोबार 33 हजार और पुड्डुचेरी मात्र 21 हजार नए जल संबंध जोड़कर ही शत-प्रतिशत उपलब्धि वाले राज्यों की श्रेणी में आ गए हैं। इसके अलावा, हरियाणा भी 13.30 लाख जल संबंध जारी करके शत-प्रतिशत उपलब्धि वाले राज्य की श्रेणी में आ गया। पंजाब 2019 के बाद सिर्फ 17 लाख 61 हजार ही नए कनेक्शन जोड़कर 99 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के करीब पहुंच गया है क्योंकि पंजाब में 49 फीसदी जल कनेक्शन पहले से ही थे।

डॉ. जोशी ने कहा कि राजस्थान में पानी की उपलब्धता कम होने, सतही जल स्रोतों की दूरी अधिक होने एवं आबादी बिखरी होने के कारण न सिर्फ योजनाओं की लागत काफी अधिक आती है बल्कि योजनाओं के क्रियान्वयन में भी अधिक समय लगता है। इन सभी परिस्थितियों के बाद भी राजस्थान मिशन की शुरूआत से अभी तक 15.66 लाख नए जल कनेक्शन दे चुका है।