हम तकनीकी क्रांति के दौर में हैं – अनुराग जैन

जयपुर । जीवन के सभी क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी शामिल है और हम एक तकनीकी क्रांति के दौर में हैं। एमएसएमई और बिजनेस ओनर्स को यह समझने की जरूरत है कि वे अपने कामकाज को और अधिक कुशल बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग और लाभ कैसे उठा सकते हैं। यह बात कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और सह-संस्थापक, कारदेखो डॉट कॉम, अनुराग जैन ने कही। वे आज जयपुर के होटल रैडिसन ब्लू में  कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) राजस्थान द्वारा आयोजित डिजीटेक समिट 2022 के चौथे संस्करण के उद्घाटन सत्र में विषय पर संबोधित कर रहे थे। समिट का विषय ‘फ्यूचर रेडी डिजिटल इकोसिस्टम फॉर इंडस्ट्री’ था।

जैन ने आगे कहा कि बिजनेस ओनर्स को यह समझने की जरूरत है कि कैसे टेक्नोलॉजी उनकी व्यावसायिक प्रक्रियाओं को स्वचालित कर सकती है और समय पर डेटा रिपोर्ट भी प्रदान कर सकती है। वर्तमान समय की ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में, डेटा का उपयोग और विश्लेषण बेहतर निर्णय लेने में सहायता कर सकता है।

डीलशेयर के संस्थापक और सीईओ, विनीत राव ने अपनी पॉलिसी और योजनाओं के माध्यम से स्टार्ट अप को अधिक से अधिक समर्थन देने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राजस्थान की राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अगला दशक ‘टेकेड’ (Techade) होगा जिसमें स्वास्थ्य, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रीटेल, शिक्षा आदि जैसे विविध क्षेत्रों में जनता को प्रभावित करने वाली टेक्नोलॉजी होगी।

एरीज इंडिया के प्रेसिडेंट डॉ. ऋषि मोहन भटनागर ने कहा कि सरकार, उद्योग जगत और शिक्षा जगत को डिजिटल स्पेस को बदलने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने स्टार्ट अप मालिकों को स्टार्ट अप शुरू करने से पहले दो बिंदुओं – कौन खरीदेगा और वे क्या खरीदेंगे? पर विचार करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

डायरेक्टर, प्रोडक्ट डवलपमेंट, सीमेंस – टेक्नोलॉजी एंड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, शर्मिला सिंह ने कहा कि कोविड -19 महामारी के दौरान घर से काम करना टेक्नोलॉजी और डिजिटल प्लेटफार्मों के कारण निर्बाध था। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि महामारी के दौरान रोबोटिक्स ने कैसे मदद की। सिंह ने आगे एक डिजिटल इकोसिस्टम की आवश्यकता और वास्तविक दुनिया और डिजिटल दुनिया को एक साथ लाने पर जोर दिया।

इससे पहले अपने स्वागत भाषण में, सीआईआई राजस्थान के चेयरमैन और मैन स्ट्रक्चरल्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, गौरव रूंगटा ने कहा कि डिजिटलीकरण ने मनुष्यों के लिए जीवन को अधिक उत्पादक और आसान बना दिया है। आम आदमी के लिए आईटी की पावर पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि यह अमीर और गरीब के बीच अंतर नहीं करता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य प्रासंगिक बने रहेंगे क्योंकि केवल उनके पास लक्ष्य को परिभाषित करने की क्षमता है।

इस अवसर पर सीआईआई राजस्थान के वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख नितिन गुप्ता भी उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र के लिए गौरव रूंगटा ने धन्यवाद भी ज्ञापित किया।

स्टार्टअप्स और कॉरपोरेट्स के बीच तालमेल बनाने और WEB3.0, मेटावर्स और एनएफटी के प्रभाव पर पैनल चर्चा

उद्घाटन सत्र के बाद स्टार्टअप्स और कॉरपोरेट्स के बीच तालमेल बनाने और WEB3.0 के प्रभाव, मेटावर्स और एनएफटी पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई। चर्चा के दौरान, CULENZ के संस्थापक, रजत जैन ने प्रौद्योगिकी में प्रगति के बारे में बात की और ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी और मेटावर्स जैसी अवधारणाओं पर प्रकाश डाला।

सेलेबल टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक,अनुपम गुप्ता ने भारत में स्टार्टअप और इनोवेशन की संस्कृति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत में जीतने के लिए भारत की सॉफ्टवेयर मजबूती और विशेषज्ञता का बेहतर उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने उद्यमियों को छोटी शुरुआत करने और टेक्नोलॉजी के साथ प्रयोग करने की भी सलाह दी।

उत्तर पश्चिम रेलवे के उप महाप्रबंधक अनुज कुमार तायल ने कहा कि भारतीय रेलवे में परिचालन दक्षता और सुरक्षा में सुधार के लिए रेलवे भारतीय स्टार्टअप्स, एमएसएमई आदि द्वारा विकसित नवीन तकनीकों का लाभ उठाने पर विचार कर रही है।

कंप्यूटर साइंस एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम, बिट्स पिलानी के प्रोफेसर नवनीत गोयल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के साथ, सब कुछ संभव है, बशर्ते कि उद्यमी अपने तकनीकी नवाचारों को सही ढंग से चुनें, मॉडल और निष्पादित करें। उन्होंने ग्राहकों की गोपनीयता से समझौता किए बिना एआई को लागू करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।