हमें मानवीय भाव रख कर बाल श्रमिकों के हित में कार्य करना होगा : मीणा

बंधक श्रम, बाल श्रम एवं बीओसीडब्ल्यू टास्क फ़ोर्स की बैठक संपन्न

चित्तौडग़ढ़। बाल श्रम टास्क फोर्स, बंधक श्रमिक सतर्कता समिति तथा बीओसीडब्ल्यू टास्क फोर्स की बैठक जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिला कलक्टर ने प्रति माह बाल श्रम समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी बाल श्रम के उन्मूलन हेतु मानवीय भाव रखकर प्रभावी ढंग से कार्य करें। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई से बेहतर से है कि प्रोएक्टिव होकर बाल श्रमिकों को ट्रेस करें। बैठक में बाल श्रमिकों को पालनहार योजना और कौशल विकास से लाभान्वित करने के निर्देश दिए।

बैठक में उप श्रम आयुक्त संकेत मोदी ने बीओसीडब्ल्यू योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी देते हुऐ श्रमिक पंजीयन लाभ तथा योजना मे प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया और निर्माण कार्यो पर लागत से संबंधित सेस कलेक्शन की जानकारी प्रदान की।

जिला कलक्टर ने भवन निर्माण श्रमिकों के पंजीयन एवं विभिन्न लाभ तथा पात्रता, आवेदन कराने के तरीके, प्रचार-प्रसार हेतु पेम्प्लेट्स, बैनर आदि बनवाने व नगर परिषद, पंचायत समिति आदि प्रमुख जगहो पर लगाये जाने एवं अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश प्रदान करने के साथ सेस सम्बन्धित 1 प्रतिशत जमा कराने हेतु सभी नगर पालिका, नगर परिषद से निर्माण स्वीकृति दिये जाने हेतु अर्द्धशासकीय पत्र लिखे जाने के निर्देश प्रदान किये।

बाल श्रम टास्क फोर्स की बैठक में बाल श्रम की स्थिति से एवं बाल श्रम विषय पर उपश्रम आयुक्त ने जानकारी प्रदान करते हुए जिले मे रेस्क्यू किये गये बाल श्रमिकों की जानकारी प्रदान की। जिला कलक्टर ताराचंद मीना ने बाल श्रम मुक्ति हेतु जिले मे प्रचार-प्रसार करने हेतु निर्देश के साथ ही चाईल्ड लाईन पुलिस आदि से भी बाल श्रम पर जानकारी प्राप्त की।

उपश्रम आयुक्त संकेत मोदी ने बताया की सरकार के निर्देशानुसार बाल श्रम पुनर्वास खोला गया है तथा पुलिस उप अधीक्षक साईना खानम ने भी बाल श्रम की रोकथाम हेतु अपने सुझाव प्रदान किये। जिला कलक्टर ने बाल श्रम से जुड़े विभाग एवं संस्थाओं के पदाधिकारियों का बुलाकर अलग से बैठक आयोजित कर बाल श्रम मुक्ति हेतु प्रगति लाने के निर्देश दिये। बैठक में बाल श्रम टास्क फोर्स से संबंधित अधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।

इसके बाद बंधक श्रम सतर्कता समिति की बैठक प्रारंभ हुई। बैठक मे उपश्रम आयुक्त संकेत मोदी ने बंधक श्रमिकों की जिले मे स्थिति से अवगत कराते हुए वर्ष 2019 मे 22 बंधक श्रमिकों को मुक्त कराने पर प्रत्येक बंधक श्रमिकों को 20-20 हजार रुपये का भुगतान करने की जानकारी देने के साथ ही जिले के उपखण्ड स्तर पर बंधक श्रमिक सर्वे एवं बैठके आयोजित किए जाने हेतु बताया। जिला कलक्टर ने फील्ड मे सक्रिय होकर बंधक श्रमिकों की खोज एवं मुक्ति हेतु निर्देश प्रदान किए।

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