राजस्थान में करवट लेगा मौसम, आएगी बारिश, बढ़ेगी ठिठुरन

राजस्थान में सर्दी
चूरू में गुरुवार सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। यहां बादल छाए हैं।

31 दिसंबर से फिर हाथ-पैर जमाएगी कड़ाके की ठंड

जयपुर। प्रदेश में पिछले दो दिन से सर्दी से थोड़ी राहत है, लेकिन अगले दो दिन में राजस्थान का मौसम जबरदस्त करवट लेगा। मौसम विभाग ने बारिश की आशंका जताई है। इससे ठिठुरन और बढ़ेगी। गंगानगर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, सीकर, झुंझुनूं में आसमान में बादल छाए हुए हैं। इससे कई शहरों में रात का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया।

राजस्थान में सर्दी
चूरू के सरदारशहर इलाके में तेज सर्दी पडऩे से सरसों की फसल पर बर्फ की परत जम गई।

इधर, मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गंगानगर, हनुमानगढ़ में गुरुवार को कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर आज और कल दिन तक रह सकता है। फिर मौसम साफ हो जाएगा। एक बार फिर से उत्तर से बर्फीली हवा आने लगेगी। इससे तापमान गिरने लगेगा और अब 31 दिसंबर से कड़ाके की ठंड अपने तेवर दिखाएगी।

मौसम केंद्र जयपुर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक आज जयपुर, बीकानेर और जोधपुर संभाग के जिलों में सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं। इससे चूरू, फतेहपुर के लोगों को कंपकंपाने वाली सर्दी से सबसे ज्यादा राहत मिली है। इन दोनों ही शहरों में कल तक न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु पर था। खुले मैदानों में बर्फ जम रही थी। मौसम में अचानक बदलाव होने से चुरू और फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है। जैसलमेर में न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 15 पर पहुंच गया। जैसलमेर में पिछले एक सप्ताह से न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हो रहा था।

दिन में तेज होने लगी धूप

उदयपुर, कोटा, जोधपुर, अजमेर, भीलवाड़ा समेत दूसरे शहरों में दिन में मौसम साफ रहने से धूप फिर से तेज होने लगी है। कल इन शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ। गंगानगर, हनुमानगढ़ में भी कल दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ। यहां पिछले 7-8 दिन से अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे था।

दिसंबर का पहला सिस्टम, बारिश होने से किसानों को फायदा

इस सीजन 15 नवंबर के बाद से राजस्थान में कोई वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव नहीं हुआ। इससे यहां बारिश भी नहीं हुई। अब उम्मीद की जा रही है कि आज हनुमानगढ़, चूरू, गंगानगर बेल्ट में कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने के आसार हैं। इससे किसानों को राहत मिलेगी। रबी की फसल की सिंचाई के लिए मावठ होना जरूरी है। मावठ होने से सर्दी भी बढ़ेगी और फसलों को फायदा होगा।

अब आगे क्या?

जयपुर मौसम केंद्र से जारी फोरकास्ट के मुताबिक आज एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर 30 दिसंबर दिन तक देखने को मिलेगा। दिसंबर के आखिरी दिनों में उत्तरी हवा फिर से मैदानों की ओर चलने लगेगी। 31 दिसंबर से तापमान में गिरावट और राजस्थान के उत्तरी भागों में कोहरा देखने को मिल सकता है।

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