असली विंडोज़ 10 सॉफ्टवेयर के साथ छोटे और मझोले कारोबार रह सकते हैं सुरक्षित

भारतीय कारोबारों को है वैश्विक औसत के मुकाबले 180 फीसदी अधिक रैनसमवेयर का खतरा  

बैंगलोर। काम करने के हाइब्रिड माहौल में कारोबारों को डिजिटल आधार पर होने वाले बदलावों के सफर के बारे में नए सिरे से सोचने और उन्हें गति देने का मौका मिला है। इसके साथ ही आज के समय में जब पूरी दुनिया एक दूसरे से जुड़ी हुई है, ऐसे में साइबर सुरक्षा को लेकर चुनौतियां बिल्कुल वास्तविक हैं। कारोबारों को इस बारे में गंभीरता से विचार करने की ज़रूरत है कि वे किस तरह अपने संगठनों को नए या “ब्रिंग योर ओन” (बीवाईओ) कनेक्टेड डिवाइसों से सक्रिय तौर पर सुरक्षित रखेंगे। भारतीय कारोबारों पर वैश्विक औसत के मुकाबले रैनसमवेयर का 180 फीसदी, मालवेयर का 79 फीसदी, क्रिप्टोकरंसी का 300 फीसदी और ड्राइव-बाइ डाउनलोड हमलों का 11 फीसदी अधिक खतरा है।

ऐसे ग्राहक जिन्हें पता चले कि उन्हें नकली माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सॉफ्टवेयर देकर ठगा गया है, वे Microsoft.com पर काउंटरफीट सॉफ्टवेयर रिपोर्ट फाइल कर सकते हैं और सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी साझा कर सकते हैं। इसमें यह भी बताया जा सकता है कि सॉफ्टवेयर कहां से खरीदा गया है या यह उन्हें कहां से मिला है। आपसे कुछ वैकल्पिक व्यक्तिगत जानकारी भी मांगी जा सकती है, ताकि नकली सॉफ्टवेयर बेचने वाले कारोबारों के खिलाफ सही कार्रवाई करने में मदद मिल सके।

सामान्य तौर पर की जाने वाली गलतियों के अलावा, बिना लाइसेंस वाले सॉफ्टवेयर का भी कारोबारों पर काफी बुरा असर पड़ सकता है। वायरस और सुरक्षा के अपर्याप्त उपायों की वजह से डिवाइस पर साइबर हमले का खतरा रहता है। इन जोखिमों में पहचान की चोरी, क्रेडिट कार्ड या बैंक की जानकारी चोरी, डेटा का नुकसान, कारोबार से जुड़ी परेशानी पैदा होने, और मैटेरियल या साख को नुकसान पहुंचने जैसी चीज़ें शामिल हैं, हालांकि ये यहीं तक सीमित नहीं हैं।

असली सॉफ्टवेयर खरीदना छोटे कारोबारों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है लेकिन आप नीचे बताए गए इन चरणों का पालन करके वास्तविक बने रह सकते हैं:

आप नक्काली का शिकार न बनें, इससे बचने के लिए असली सॉफ्टवेयर खरीदते समय इन 7 चीज़ों का खयाल रखें:

माइक्रोसॉफ्ट सिक्युरिटी एण्डपोइन्ट थ्रेट रिपोर्ट 2019 – विश्वसनीय विक्रेता और सॉफ्टवेयर रीसेलर्स से खरीदें: जब आप सॉफ्टवेयर खरीद रहे हों, तो यह पक्का करें कि यह सॉफ्टवेयर विश्वसनीय स्रोत से हो। विश्वसनीय रीसेलर या आधिकारिक ऑनलाइन स्टोर आपके लिए सबसे अच्छे विकल्प हैं। सिर्फ लाइसेंस वाले सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें: यह पक्का करें कि आप जो सॉफ्टवेयर ले रहे हैं उसे लाइसेंसप्राप्त है, भले ही वह आधिकारिक विंडोज़ हो या ऑफिस। कीमतों को लेकर सजग रहें जिन पर भरोसा करना मुश्किल होता है: डिस्काउंट और सस्ते सॉफ्टवेयर पैकेज के भ्रम में न फंसें। सॉफ्टवेयर के नकली होने पर आपको गंवाए गए डेटा को रिकवर करने या कानूनी रूप से हुए नुकसान की भरपाई में कहीं अधिक पैसा देना पड़ सकता है। प्रोडक्ट की का स्रोत जांच लें: डिजिटल डाउनलोड के मामले में यह पक्का करें कि प्रोडक्ट की विश्वसनीय विक्रेता और सॉफ्टवेयर रीसेलर से मिल रही हो न कि किसी अनजान ऑनलाइन फोरम या असत्यापित ईमेल से। अगर आप किसी फिजिकल स्टोर से खरीदारी कर रहे हैं, तो पक्का करें कि आपने पैकेजिंग को दो बार जांच लें: पक्का करें कि प्रोडक्ट की पैकेजिंग पर अधिकृत लोगो, होलोग्राम और ब्रैंड का नाम है। ऐसे अकेले प्रोडक्ट की कार्ड से सावधान रहें जिनमें सही पैकेजिंग न हो, वे माइक्रोसॉफ्ट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं देते हैं। पक्का करें कि प्रोडक्ट पैकेजिंग पहले से खुली न हो: अधिकृत और नए प्रोडक्ट का पैकेज हमेशा सील रहता है ताकि इसका पहला इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके एवं अप टू डेट रहें: नियमित तौर पर अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट करते रहने से आप खुद को संभावित हैकरों और वायरसों से सुरक्षित रख सकते हैं।             

नकली सॉफ्टवेयर की पहचान कैसे करें

बीते कुछ वर्षों के दौरान पायरेटेड और नकली सॉफ्टवेयर बनाने और उनकी बिक्री करने वालों संख्या काफी बढ़ गई है। यह जांचने के लिए कि आप जो सॉफ्टवेयर खरीद रहे हैं, वह असली है या नहीं, इन तीन पी यानि पैकेजिंग, प्रोडकट की प्रामाणिक्ता एवं प्रोडक्ट लेबल का खास तौर पर ध्यान रखें।

पैकेजिंग- प्रोडक्ट पैकेजिंग को काफी करीब से देखें, असली प्रोडक्ट में लिखा गया टेक्स्ट धुंधला नहीं होता, उसमें वर्तनी की कोई गलती नहीं होती है या गलत लोगो भी नहीं होता है।

प्रोडक्ट की प्रामाणिकता- आप डाउनलोड बटन पर क्लिक करें, इससे पहले वेबसाइट का स्रोत ज़रूर जांच लें। ऑक्शन करने वाली साइटें और पीयर-टू-पीयर फाइल शेयरिंग साइटों से बचें।

प्रोडक्ट लेबल- असली माइक्रोसॉफ्ट सॉफ्टवेयर में हमेशा ही सर्टिफिकेट ऑफ ऑथेंटिसिटी लेबल, होलोग्राम और 25 कैरेक्टर का यूनीक प्रोडक्ट की होता है। माइक्रोसॉफ्ट का कोई भी सॉफ्टवेयर खरीदने से पहले इन सभी पी का ध्यान रखें।