लखनऊ। लखनऊ के काकोरी स्थित मदरसे में प्रधानमंत्री का सपना पूरा होता दिखाई दे रहा है। दरअसल, इस मदरसे में पढऩे वाले बच्चे दीनी तालीम के साथ अब न सिर्फ कंप्यूटर चलाना सीख रहे हैं। प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए मदरसे में ये बच्चियां कितनी मेहनत कर रही हैं।
इस मदरसे की एक और खास बात यह है कि यहां न सिर्फ मुस्लिम बच्चे पढ़ते हैं बल्कि मदरसे के आधुनिकीकरण के बाद हिन्दू परिवारों के बच्चे भी इस मदरसे में हिंदी, इंग्लिश, मैथ्स, साइंस, सोशल स्टडीज पढ़ रहे हैं। साथ ही वो उर्दू भी सीखने में दिलचस्पी ले रहे हैं।मुस्लिम बच्चे इस मदरसे में NCERT की किताबों को फर्राटे से पढ़ रहे हैं। बच्चे इन किताबों के साथ अब अपने ख्वाब भी बुनने लगे हैं। कोई मुस्लिम बच्ची डॉक्टर बनना चाहती है तो कोई इंजीनियर तो कोई बड़ी होकर टीचर बनने की बात भी कह रही है।
मदरसा चलाने वाले डॉक्टर असलम मानते हैं कि इन बच्चों को जितना ज्यादा निखारा जाएगा आने वाला भविष्य उतना ही उज्ज्वल होगा। शायद यही वजह है कि हिन्दू टीचर मदरसे में उर्दू पढ़ा रही हैं तो मुस्लिम टीचर इंग्लिश और हिंदी की क्लासेस धड़ल्ले से ले रही हैं।